मधुमेह को दूर रखने में मदद कर सकते हैं ये 5 नियम, जरूर करें इनका पालन
मधुमेह एक बढ़ती वैश्विक स्वास्थ्य चिंता है, जो दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनियाभर में लगभग 42.2 करोड़ लोगों को मधुमेह है और सालाना लगभग 15 लाख मौतें सीधे तौर पर मधुमेह के कारण होती हैं। स्वस्थ जीवनशैली इस बीमारी का खतरा कम करने में मदद कर सकती है। लाभ के लिए इन 5 नियमों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने पर विचार करें।
खान-पान पर दें अतिरिक्त ध्यान
आप जो खा रहे हैं, वह मधुमेह होने की संभावना को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है। ऐसे में पोषक तत्वों से भरपूर खान-पान वजन घटाने और ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित करने जैसे कई लाभ दे सकता है। इसके लिए अपनी डाइट में साबुत अनाज, मौसमी फल और ताजी सब्जियों को शामिल करें। साथ ही मैदा, रिफाइंड कार्ब्स, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और चीनी युक्त खान-पान की चीजों से दूरी बनाएं।
शारीरिक सक्रियता है जरूरी
अगर आप शारीरिक रूप से सक्रिय हैं और रोजाना एक निश्चित समय अवधि के लिए एक्सरसाइज करते हैं तो इससे आपको अपनी इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद मिलेगी। लाभ के लिए हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक्स या 75 मिनट तक तेजी से की जाने वाली एक्सरसाइज का लक्ष्य बनाएं। इसके लिए आप साइकिल चलाना, डांस या फिर स्विमिंग को चुन सकते हैं।
वजन को नियंत्रित करें
अधिक वजन या मोटापा होने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा काफी बढ़ जाता है, इसलिए अपने वजन को नियंत्रित रखने की कोशिश करें। इसके लिए वजन घटाने के लक्ष्य को निर्धारित करें और किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर या अनुभवी आहार विशेषज्ञ से सहायता लें। इसके अलावा धूम्रपान से भी टाइप 2 मधुमेह और विभिन्न मधुमेह जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है। इस वजह से इससे दूरी बनाना भी बहुत ज्यादा जरूरी है।
तनाव से दूर रहने की करें कोशिश
अगर आप तनाव भरी जीवनशैली जी रहे हैं और इसे काबू करने में असफल हो रहे हैं तो यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकती है और मधुमेह के विकास में योगदान कर सकती है। आप चाहें तो अपने तनाव को कम करने के लिए इन 5 तरीकों को आजमा सकते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इन जीवनशैली की आदतों में सकारात्मक बदलाव करने से मधुमेह विकसित होने का खतरा कम हो सकता है।
समय से पूरा करें टीकाकरण
अगर आपको मधुमेह संबंधी जटिलताएं हैं या आपकी उम्र 65 वर्ष या उससे अधिक है तो आपको इंसुलिन बूस्टर शॉट की आवश्यकता हो सकती है। इसके अतिरिक्त हेपेटाइटिस-B के टीके की सिफारिश उन वयस्कों के लिए की जाती है, जिन्हें मधुमेह है। साथ ही शारीरिक जांच के बाद डॉक्टर आपको जो भी टीके लगवाने को कहें, उन्हें समय से लगवा लें। बेहतर होगा कि आप समय-समय पर अपने ब्लड शुगर का स्तर भी जांचते रहें।