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डोनाल्ड ट्रंप का दावा- भारत पर लगाए टैरिफ ने किया रूस को मुलाकात के लिए प्रेरित
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है

डोनाल्ड ट्रंप का दावा- भारत पर लगाए टैरिफ ने किया रूस को मुलाकात के लिए प्रेरित

Aug 16, 2025
11:36 am

क्या है खबर?

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने शुक्रवार को अलास्का में रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के साथ करीब 3 घंटे तक बंद कमरे में बैठक की। हालांकि, लंबी बैठक के बाद भी यूक्रेन के साथ युद्ध का कोई हल नहीं निकल पाया। इसके बाद भी दोनों नेताओं ने बैठक को सार्थक करार दिया है। बैठक के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उनके द्वारा भारत पर लगाए टैरिफ ने ही रूस को बैठक के लिए प्रेरित किया था।

बयान

ट्रंप ने भारत के टैरिफ को लेकर क्या दिया बयान?

ट्रंप ने पुतिन के साथ बैठक के बाद फॉक्स न्यूज से कहा, "जब मैंने भारत से कहा कि हम आपसे शुल्‍क लेंगे, क्‍योंकि आप रूस के साथ व्‍यापार कर रहे हैं और तेल खरीद रहे हैं, तो इससे उन्‍हें रूस से तेल खरीदने से हाथ धोना पड़ा और तब रूस ने फोन करके मिलने की इच्‍छा जताई।" उन्होंने कहा, "भारत के रूप में अपना दूसरा बड़ा ग्राहक खाने के बाद ही रूस बातचीत की टेबल पर आने को मजबूर हुआ।"

राहत

पुतिन से मुलाकात के बाद नरम हुए ट्रंप के तेवर

ट्रंप ने कहा, "भारत तेल खरीद के मामले में रूस का दूसरा सबसे बड़ा ग्राहक है और चीन के काफी करीब पहुंच रहा था। चीन वर्तमान में रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है।" उन्होंने आगे कहा, "मैं अभी रूस और उसके व्यापारिक साझेदारों पर तत्काल अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने पर विचार नहीं कर रहा हूं। हालांकि, मुझे 2-3 सप्ताह में इस पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, लेकिन अभी इसके बारे में सोचने की जरूरत नहीं है।"

रोक

भारत ने रूस से तेल खरीदने पर नहीं लगाई रोक

इधर, ट्रंप के दावों के बाद भी भारत ने अपनी तेल खरीदने की नीति में कोई भी बदलाव करने से इनकार कर दिया है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) के अध्‍यक्ष एएस साहनी ने गुरुवार को कहा था कि रूस से तेल आयात पर कोई रोक नहीं है और आर्थिक आधार पर खरीदारी आगे भी जारी रहेगी। इसी तरह विदेश मंत्रालय ने भी ट्रंप टैरिफ को अनुचित बताया है और राष्‍ट्र हितों की रक्षा करने का संकल्‍प लिया है।

सवाल

क्या ट्रंप का बयान भारत के लिए राहत की बात है?

बता दें कि ट्रंप ने 1 अगस्त को भारत पर रूस से तेल खरीदने को लेकर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। इसके बाद भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया न देने पर 6 अगस्त को 25 प्रतिशत और टैरिफ बढ़ाकर उसे 50 प्रतिशत करने का ऐलान किया था। नया टैरिफ 27 अगस्‍त लागू होने वाला है। हालांकि, पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रंप का ये बयान भारत के लिए टैरिफ से राहत के तौर पर देखा जा रहा है।

बैठक

ट्रंप-पुतिन की बैठक से क्या हासिल हुआ?

बैठक से पहले ट्रंप ने पुतिन का गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए स्वागत किया और फिर 3 घंटे तक चर्चा की, लेकिन वार्ता लड़ाई को रोकने के लिए किसी समझौते के बिना समाप्त हो गई। बैठक के बाद ट्रंप ने कहा, "हमारी बैठक बेहद फलदायी रही और कई बिंदुओं पर सहमति बनी। अब बस कुछ ही बिंदु बचे हैं। हम उस मुकाम तक (यूक्रेन के साथ युद्धविराम) नहीं पहुंच पाए, लेकिन हमारे पास वहां पहुंचने की अच्छी संभावना है।"

संदेश

पुतिन ने क्या दिया संदेश?

ट्रंप ने अपना बयान समाप्त करते हुए यूक्रेन युद्धविराम के लिए जल्द ही रूस के साथ दूसरी बैठक की बात कही, जिस पर राष्ट्रपति पुतिन ने मुस्कुराते हुए कहा, "अगली बार मास्को में।" पुतिन ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आज के समझौते न केवल यूक्रेनी समस्या के समाधान के लिए एक संदर्भ बिंदु बनेंगे, बल्कि रूस और अमेरिका के बीच व्यापारिक, व्यावहारिक संबंधों की बहाली का भी मार्ग भी प्रशस्त करेंगे।"

संदेश

ट्रंप ने जेलेंस्की को दिया समझौता करने का संदेश

ट्रंप ने फॉक्स न्यूज से कहा, "अब यह वास्तव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की पर निर्भर करता है कि वे युद्धविराम समझौते को पूरा करें। मैं यह भी कहूंगा कि यूरोपीय देशों को भी इसमें थोड़ा सा शामिल होना होगा, लेकिन यह राष्ट्रपति जेलेंस्की पर निर्भर है। अगर वे चाहेंगे, तो मैं अगली बैठक में मौजूद रहूंगा।" इसी तरह उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि युद्धविराम के शुरुआत के लिए युद्धबंदियों को भी रिहा किया जा सकता है।