एसिड रिफ्लक्स से परेशान हैं? इन 5 फलों का इस्तेमाल करने से जल्द मिलेगी राहत
क्या है खबर?
एसिड रिफ्लक्स पाचन से जुड़ी बीमारी है। यह तब होती है, जब पेट का एंट्री वॉल्व खाने के बाद पूरी तरह से बंद नहीं होता या फिर बार-बार खुलता और बंद होता रहता है।
इसके कारण पेट में बनने वाला एसिड पित्त भोजन नली में चला जाता है और इससे सीने में जलन सहित कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं।
हालांकि, इन 5 फलों का सेवन इस बीमारी के जोखिम कम करने में मदद कर सकता है।
#1
पका केला खाएं
पका केला एक बेहद गुणकारी फल है, जो न सिर्फ स्वादिष्ट बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।
इसका सेवन पेट संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने और पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाए रखने में मददगार है।
यह पोटेशियम, फाइबर, विटामिन-C, एंटी-ऑक्सिडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स का एक बेहतरीन स्रोत है। ये गुण एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इसके अलावा कच्चे केले का सेवन इन समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर है।
#2
पका पपीता भी दिलाएगा राहत
यह मीठा और उष्णकटिबंधीय फल कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
वैसे तो पपीते का सेवन हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, हड्डियों के स्वास्थ्य और अस्थमा से लड़ने के लिए जाना जाता है।
हालांकि, इसमें विटामिन-K, बीटा-कैरोटीन, कैल्शियम सहित पपैन नामक एंजाइम होता है, जो पाचन में सुधार करके एसिड रिफ्लक्स का जोखिम कम करने में सहायक है।
अगर आप रोजाना खाली पेट पपीते का सेवन करते हैं तो इससे ये 5 लाभ मिल सकते हैं।
#3
तरबूज का सेवन करें
यह लोकप्रिय फल एंटी-ऑक्सिडेंट, विटामिन-C, विटामिन-A और अमीनो एसिड से भरपूर होता है।
इसके अतिरिक्ते इसमें मौजूद भरपूर पानी की मात्रा पाचन क्रिया की दशा को सुधारने में मदद करता है और शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।
यह पेट में एसिड को बेअसर करके समस्या के लक्षणों को कम करता है।
लाभ के रोजाना एक कटोरी तरबूज का सेवन करें या गर्मियों के दौरान तरबूज के इन 5 व्यंजनों को जरूर ट्राई करें।
#4
सेब कर सकता है मदद
सेब में आवश्यक खनिज के साथ कई ऐसे रासायनिक यौगिक भी मौजूद होते हैं, जो पाचन क्रिया में बाधा डालने वाले सूक्ष्मजीवों को खत्म करने का काम करते हैं और इससे पाचन क्रिया में सुधार हो सकता है।
इसका सेवन एसिड रिफ्लक्स के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
इसके अलावा यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर जैसे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम से भी राहत प्रदान करता है।
लाभ के लिए सेब के जूस को डाइट में शामिल करें।
#5
आड़ू को डाइट में करें शामिल
आड़ू में फाइबर के साथ कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं, जो शरीर में गैस्ट्रिक एंजाइम के उत्पादन को सुविधाजनक बनाकर पाचन क्रिया को बेहतर बनाने का काम करते हैं।
इसके साथ ही आड़ू में शामिल एंटी-माइक्रोबियल गुण पाचन संबंधित समस्याओं से भी राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं।
इस सूची में एसिड रिफ्लक्स भी शामिल है, इसलिए बीमारी से ग्रस्त लोग रोजाना एक आड़ू का सेवन जरूर करें।