सूजन को बढ़ाने का कारण बन सकती हैं ये चीजें, डाइट से करें बाहर
सूजन के कारण कई गंभीर रोग होने की आशंका बढ़ सकती है। अमूमन लोग बाहरी अंगों की सूजन को ठीक करने के लिए गर्म सिकाई, बर्फ को लपेटना जैसे घरेलू नुस्खों को अजमाते हैं, लेकिन आंतरिक अंगों की सूजन को दूर करने के लिए सही खान-पान को अपनाना और गलत चीजों से परहेज करना अच्छा है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं, जो सूजन को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार मानी जाती हैं।
ट्रांस फैट युक्त खाद्य पदार्थ
ट्रांस फैट युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर में क्रॉनिक सूजन बढ़ सकती है और इससे शरीर की तंत्रिकाओं और कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है। ये वजन बढ़ने का भी कारण बन सकते हैं। इसके अतिरिक्त ट्रांस फैट खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इससे हृदय रोग, स्ट्रोक और टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स को कॉस्मेटिक फूड्स भी कहा जाता है, जिसमें भोजन की प्राकृतिक स्थिति को बदल देते हैं और इनका सेवन सूजन को बढ़ा सकता है। कई शोध के अनुसार, जो लोग अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स खाना ज्यादा पसंद करते हैं, उनमें मोटापे और हृदय रोग, वैस्कुलर रोग और मधुमेह के जोखिम विकसित होने की संभावना अधिक होती है। एक अन्य अध्ययन के मुताबिक, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से व्यक्ति में कैंसर की 12 प्रतिशत तक वृद्धि होती है।
अधिक मीठे खाद्य पदार्थ
मीठी चीजें स्वादिष्ट लगती हैं, लेकिन इनके अधिक सेवन से भी सूजन बढ़ सकती है। इनसे इंसुलिन भी प्रभावित हो सकता है, जो मधुमेह का कारण बन सकता है। इसलिए अधिक चीनी युक्त चीजों के सेवन से बचें। मीठे व्यंजन बनाते समय चीनी की बजाय गुड़, कम वसा वाले फल और शहद जैसे स्वस्थ विकल्पों को अपनी डाइट में शामिल करें। यहां जानिए चीनी के विभिन्न प्रकार।
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट
कार्बोहाइड्रेट 2 प्रकार (कॉम्प्लेक्स और रिफाइंड) के होते हैं, जिनमें से रिफाइंड कार्ब्स से शरीर में सूजन और इंसुलिन प्रतिरोध शुरू हो सकता है। इसका कारण है कि रिफाइंड कार्ब्स में पोषक तत्व नहीं होते। इसके अलावा इसमें उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को अधिक तेजी से बढ़ा सकता है। कैंडीज, व्हाइट ब्रेड, पास्ता, कुकीज, पेस्ट्री आदि में रिफाइंड कार्ब्स होता है।
अधिक तला और मसालेदार खाना
इस तरह का खाना शरीर में पहुंचकर शरीर की तंत्रिकाओं और कोशिकाओं में सूजन पैदा करता है, जिसकी वजह से लीवर कमजोर होने लगता है। इसके अलावा अधिक तले और मसालेदार खाने की प्रकृति चिकनी होती है जो कि मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है। इससे खाना पचाने के साथ-साथ वजन घटाने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है और ये मोटापे का कारण बन सकता है। यहां जानिए अधिक तला और मसालेदार खाने के नुकसान।