अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाना शरीर को पहुंचा सकता है नुकसान, जानिए इससे जुडी अहम बातें
अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ स्वादिष्ट और सुविधाजनक होते हैं, लेकिन ये आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकते है। ऑनलाइन खरीदारी के चलते अत्यधिक प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों की पहचान करना मुश्किल हो जाता है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड शब्द NOVA खाद्य वर्गीकरण प्रणाली से आया है, जो औद्योगिक प्रोसेसिंग की सीमा के अनुसार खान-पान की सामग्री को वर्गीकृत करता है। ऐसे खाद्य पदार्थ मधुमेह सहित कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाना क्या होता है?
अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ ऐसे खानों की श्रेणी है, जो अत्यधिक प्रोसेसिंग से गुजरे हैं। इन्हें इनकी प्राकृतिक अवस्था से इस हद तक बदल दिया जाता है कि ये अपने मूल पोषण तत्व खो देते हैं। ये आम तौर पर रिफाइंड सामग्रियों और आर्टिफिशियल पदार्थों से बनाए जाते हैं। इनमें वसा, स्टार्च, अतिरिक्त चीनी, आर्टिफिशियल रंग और स्वाद पाया जाता है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में आइसक्रीम, बड़े पैमाने पर उत्पादित ब्रेड, बिस्कुट और पैकेट वाले सूप आदि शामिल हैं।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड बनाम प्रोसेस्ड फूड
प्रोसेस्ड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड, दोनों ही खाद्य पदार्थों की ऐसी श्रेणियां हैं, जिनमें उनके मूल रूप को बदला जाता है। ये प्रोसेसिंग की सीमा और पोषण संबंधी स्वास्थ्य प्रभावों में एक-दूसरे से अलग है। अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) के मुताबिक, प्रोसेस्ड भोजन वो कच्ची कृषि वस्तु होते हैं, जिनमें धुलाई, सफाई, काटना, पकाना, निर्जलीकरण और मिश्रण जैसी प्रक्रियाएं होती हैं। हालांकि, अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का स्वाद बढ़ाने के लिए इनमें आर्टिफिशियल रंग, फ्लेवर और इमल्सीफायर को मिलाया जाता है।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों की पहचान
अपने खाने के पैकेट पर लिखी सभी सामग्रियों को ध्यान से पढ़ें। अगर किसी व्यंजन को बनने में पांच मिनट से कम समय लगता है तो यह अल्ट्रा प्रोसेस्ड हो सकता है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ अक्सर आपको तृप्त करने के वादे के साथ आकर्षक और रंगीन पैकेजिंग में बिकते हैं। निर्माता इन खाद्य पदार्थों को बेचने के लिए उनमें कम वसा या कम कैलोरी होने के झूठे दावे करते हैं। इन्हें अपनी डाइट से बाहर करें।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ खाने से होने वाले नुकसान
अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ अक्सर वसा, चीनी और अत्यधिक कैलोरी से भरे होते हैं, जो शरीर के वजन को बढ़ा सकते हैं। इन चीनी युक्त व्यंजनों का नियमित सेवन करने से इंसुलिन प्रतिरोध हो सकता है, जिससे मधुमेह होने का खतरा रहता है। इनमें मौजूद सोडियम और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट हमारे दिल के स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं। साथ ही इनके सेवन से कैंसर और मानसिक स्वास्थ्य विकार भी हो सकते हैं।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाने की जगह क्या इस्तेमाल करें?
खाना बनाने का समय कम करने के लिए अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाने का सेवन न करें। इसकी बजाय अपनी डाइट में अन-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इनमें खाद्य पदार्थों की प्राकृतिक स्थिति में खास बदलाव नहीं होता है। ये अक्सर अपने प्राकृतिक रूप में होते हैं और इनमें प्रोसेसिंग या संरक्षक होते हैं। इन खाद्य पदार्थों में ताजे फल और सब्जियां, साबुत अनाज, मेवे, बिना चीनी वाली सादा दही, ताजा और सूखा पास्ता, चाय, कॉफी और दूध शामिल हैं।