केजरीवाल के खिलाफ NIA जांच की सिफारिश, क्या है 33 करोड़ के खालिस्तानी चंदे का मामला?
जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई मुश्किल में फंस सकते हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने केजरीवाल के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच की सिफारिश की है। आरोप है कि केजरीवाल ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन (SFJ) से राजनीतिक चंदा लिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इसे चुनावों के दौरान एक और साजिश करार दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
उपराज्यपाल ने अपने पत्र में क्या लिखा?
उपराज्यपाल ने केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है, "उपराज्यपाल को शिकायत मिली थी कि AAP को जेल में बंद आतंकी देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई और खालिस्तान समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए चरमपंथी खालिस्तानी समूहों से करीब 133 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली थी। चूंकि, शिकायत एक मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई है और एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से लिए गए राजनीतिक फंडिंग से संबंधित है, ऐसे में जांच की जरूरत है।"
कैसे हुई मामले की शुरुआत?
दरअसल, इसी साल अप्रैल में आशु मोंगिया नाम के व्यक्ति ने उपराज्यपाल को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाए थे कि 2014 में न्यूयॉर्क के एक गुरुद्वारे में केजरीवाल ने खालिस्तान समर्थक कुछ लोगों के साथ गुप्त बैठक की थी, जिसमें भुल्लर की रिहाई का वादा किया गया था। इसके बदले AAP को फंडिंग देने की बात कही गई थी। मोंगिया खुद को वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन इंडिया का राष्ट्रीय महासचिव बताते हैं।
केजरीवाल पर और क्या आरोप लगाए गए थे?
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि जनवरी, 2014 में ही केजरीवाल ने इकबाल सिंह नाम के शख्स को भी एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने इकबाल से कहा था कि AAP की सरकार ने भुल्लर की रिहाई की सिफारिश की है। बता दें कि इकबाल भुल्लर की रिहाई की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। केजरीवाल से भुल्लर की रिहाई का आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने अपना अनशन खत्म किया था।
क्या है भुल्लर से जुड़ा मामला?
1993 में दिल्ली में हुए बम धमाके में भुल्लर को दोषी ठहराया गया है। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। 25 अगस्त, 2001 को भुल्लर को फांसी की सजा सुनाई गई थी, जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने आजीवन कारावास में बदल दिया था। भुल्लर पहले दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था, जिसे जून, 2015 में अमृतसर की जेल में भेज दिया गया था। फिलहाल भुल्लर अमृतसर जेल में बंद है।
मामले पर AAP ने क्या कहा?
AAP नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मामले को भाजपा के इशारे पर केजरीवाल के खिलाफ एक और साजिश बताया। उन्होंने कहा, "भाजपा दिल्ली में सातों सीटें हार रही हैं और इसी हार के डर से वो घबरा गई है। उपराज्यपाल साहब भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। इसी मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर दाखिल याचिका 2 साल पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी।"