ED ने दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े कथित घोटाले में पहला आरोपपत्र दायर किया
क्या है खबर?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली जल बोर्ड (DJB) में कथित भ्रष्टाचार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शनिवार को अपना पहला आरोपपत्र दायर कर दिया।
समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, दिल्ली में मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) की विशेष कोर्ट के समक्ष पेश आरोपपत्र में 4 व्यक्तियों और एक कंपनी को आरोपी के रूप में रखा गया है।
एजेंसी ने मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी बुलाया था। हालांकि, वह नहीं पहुंचे थे।
जांच
क्या लगाया गया है आरोप?
ED ने जल बोर्ड द्वारा एक अनुबंध देने में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। आरोप के मुताबिक, DJB के अनुबंध में भ्रष्टाचार से आया पैसा दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनावी धन के रूप में इस्तेमाल किया था।
मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपपत्र में DJB के पूर्व मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा, ठेकेदार अनिल कुमार अग्रवाल, NBCC के पूर्व महाप्रबंधक डीके मित्तल और तेजिंदर सिंह के अलावा NKG इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को शामिल किया है।
विवाद
क्या है मामला?
जगदीश अरोड़ा ने NKG इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 38 करोड़ रुपये का ठेका दिया था। यह ठेका इलेक्ट्रोमेग्नेटिक फ्लो मीटर्स की आपूर्ति और स्थापना के लिए दिया गया था।
आरोप है कि NKG इंफ्रास्ट्रक्चर ने यह ठेका फर्जी दस्तावेजों के जरिए हासिल किया था।
NKG इंफ्रास्ट्रक्चर पर खुद काम करने के बजाय उप-ठेका इंटीग्रल स्क्रूज लिमिटेड को देने का आरोप भी है, जिसके बदले अरोड़ा को 3 करोड़ रुपये मिले थे।
कथित जल बोर्ड घोटाले में छापे भी पड़ चुके हैं।