कोरोना के बढ़ते मामले: भारत में हो सकती है छोटी लहर की शुरुआत- WHO प्रमुख वैज्ञानिक
पिछले कुछ दिनों से देश में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र और केरल में मामले तेजी से ऊपर जा रहे हैं। इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि यह छोटी लहर की शुरुआत हो सकती है। इस मौके पर उन्होंने महामारी से बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाने और वायरस के वेरिएंट पर नजर रखने की सलाह दी है।
ओमिक्रॉन के दो नए सब-वेरिएंट्स पसार रहे पैर
पिछले कुछ दिनों से देश में ओमिक्रॉन के दो नए सब-वेरिएंट्स BA.4 और BA.5 अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। इसे लेकर इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए डॉ स्वामीनाथन ने कहा कि ये वेरिएंट्स ओमिक्रॉन के शुरुआती BA.1 वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है और ऐसा भी हो रहा है कि लोगों में वैक्सीन से मिली इम्युनिटी कम हो रही है। ऐसी संभावना है कि हर चार-छह महीने में कोई छोटी लहर आ जाए।
"दर्ज हो रहे मामलों से ज्यादा हो सकते हैं असल मामले"
डॉ स्वामीनाथ ने कहा कि अब लोग घरों में भी टेस्ट कर रहे हैं, ऐसे में असल मामलों की संख्या दर्ज हो रहे मामलों से ज्यादा हो सकती है। उन्होंने बताया, "हमें अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों पर नजर रखनी है और यह सुनिश्चित करना है कि 60 साल से अधिक उम्र के ज्यादा जोखिम वाले समूह को बूस्टर डोज दे दी जाए।" इसके साथ उन्होंने अफ्रीका में नए सब-वेरिएंट्स के कारण आई पांचवी लहर का भी जिक्र किया।
दक्षिण अफ्रीका में आई थी छोटी लहर
WHO की प्रमुख वैज्ञानिक ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स BA.4 और BA.5 के कारण हाल ही में पांचवीं लहर आई थी, लेकिन यह छोटी लहर थी। यहां लगातार चार हफ्ते बढ़ने के बाद नए मामलों में गिरावट आना शुरू हो गई।
दूसरे विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की कोरोना टास्क फोर्स के तकनीकी विशेषज्ञ डॉ संजय पुजारी ने बताया कि अभी कुछ-कुछ जगहों पर मामले बढ़े हैं। ऐसे में इसे पूरे देश में आई लहर कहना मुश्किल होगा, लेकिन इस इजाफे पर नजर रखने की जरूरत है। जैसे अमेरिका में पिछले चार से छह हफ्तों में मामले बढ़े थे, लेकिन पिछले दो दिनों में यहां गिरावट देखी जा रही है। अन्य विशेषज्ञ भी स्थिति पर नजर रखने की सलाह दे रहे हैं।
वैश्विक स्तर पर क्या स्थिति?
पूरी दुनिया की बात करें तो कोरोना के नए मामलों और इसके कारण होने वाली मौतों में कमी आ रही है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, 30 मई से लेकर 5 जून तक के हफ्ते में दुनियाभर में 30 लाख से अधिक मामले दर्ज हुए थे, जो इससे पिछले हफ्ते की तुलना में 12 प्रतिशत कम है। इसी तरह साप्ताहिक मौतों में भी 22 प्रतिशत की गिरावट आई और 7,600 मौतें दर्ज की गईं।
WHO की सतर्क रहने की अपील
नए मामलों और मौतों में दिख रही गिरावट के बीच WHO ने सतर्क रहने की अपील की है। 8 जून को संगठन प्रमुख डॉ टेड्रोस ने कहा कि पिछले हफ्ते 7,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। एक नया और खतरनाक वेरिएंट किसी भी समय दस्तक दे सकता है और अभी भी बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है। अभी महामारी खत्म नहीं हुई है। इसके खत्म होने तक ऐसा कहा जाता रहेगा।