भारत को रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर नहीं देखना चाहते- अमेरिका
अमेरिका ने एक बार फिर से भारत और रूस के रक्षा संबंधों पर बयान दिया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा कि अमेरिका भारत को अपनी रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर नहीं देखना चाहता और उससे निर्भरता कम करने को कह रहा है। पेंटागन ने भारत की अहमियत का भी जिक्र किया और कहा कि वह इलाके में सुरक्षा प्रदान करने वाली ताकत है और अमेरिका इसे महत्व देता है।
भारत और अन्य देशों को साफ किया अपना रूख- पेंटागन
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने शुक्रवार को वॉशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "हम भारत और अन्य देशों के साथ इस मुद्दे पर अपनी स्थिति को साफ कर चुके हैं कि हम उन्हें रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर नहीं देखना चाहते हैं। हम इस रुख को लेकर ईमानदार हैं और हम उन्हें ऐसा न करने के लिए कहते रहेंगे... भारत इलाके में सुरक्षा प्रदान करने वाली ताकत है और हम इसे महत्व देते हैं।"
भारत के साथ अपने रक्षा सहयोग को अहमियत देता है अमेरिका- किर्बी
भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों पर किर्बी ने कहा, "हम भारत के साथ अपने रक्षा सहयोग को अहमियत देते हैं। जैसा कि एक हफ्ते पहले ही दिखा, हम इस रिश्ते को आगे ले जाना चाहते हैं। ये इसलिए आगे बढ़ेगा क्योंकि हमारे संबंध महत्वपूर्ण हैं।"
भारत पर रूस के खिलाफ कड़ा रूख अपनाने का दबाव
बता दें कि भारत अपने ज्यादातर हथियार रूस से ही खरीदता है और अपनी इसी निर्भरता के कारण उसने यूक्रेन पर रूस के हमले पर कड़ा रूख नहीं अपनाया है। यही नहीं, भारत रूस से सस्ती कीमत पर कच्चा तेल भी खरीद रहा है। इन सभी बातों से अमेरिका समेत भारत के अन्य कुछ पश्चिमी सहयोगी नाराज हैं और भारत से बार-बार रूस का विरोध करने की कह रहे हैं। हालांकि भारत अभी तक किसी दबाव में नहीं आया है।
पहले भी भारत-रूस के रक्षा संबंधों पर चिंता व्यक्त कर चुका है अमेरिका
ये पहली बार नहीं है जब रूस और भारत के बीच रक्षा सहयोग को लेकर अमेरिका ने चिंता व्यक्त की है। इससे पहले जब भारत ने अक्टूबर, 2018 में रूस के साथ S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के लिए पांच अरब डॉलर का समझौता किया था, तब तत्कालीन ट्रंप प्रशासन ने भारत को चेतावनी दी थी कि अगर भारत इस समझौते के साथ आगे बढ़ता है तो अमेरिका उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाएगा। हालांकि अभी तक ऐसा नहीं किया गया।
S-400 सिस्टम की खरीद के लिए तुर्की पर प्रतिबंध लगा चुका है अमेरिका
अमेरिका रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने के लिए अपने एक अन्य सहयोगी तुर्की पर CAATSA कानून के तहत आर्थिक प्रतिबंध लगा चुका है। हालांकि उसने भारत के खिलाफ ऐसा कदम नहीं उठाया है और ये भारत की अहमियत दर्शाता है। दरअसल, चीन के एक महाशक्ति के तौर पर उभार के बीच अमेरिका को भारत की जरूरत है। भारत का भी चीन से सीमा विवाद है और इसके कारण वो अमेरिका के नजदीक आया है।