अमेरिका-यूरोप में बच्चों को हो रही लिवर की रहस्यमयी बीमारी; अब तक क्या-क्या सामने आया?
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के बीच अमेरिका और यूरोप के कई देशों में बच्चों में गंभीर हेपेटाइटिस के मामले बढ़ने ने एक नई चिंता को जन्म दिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, इस बीमारी से अभी तक एक बच्चे की मौत हो चुकी है और 17 को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ी है।
बच्चे इस बीमारी से कैसे ग्रसित हो रहे हैं, ये अभी तक रहस्य बना हुआ है। आइए इसके बारे में क्या-क्या पता है, वो जानते हैं।
मामले
कहां-कहां सामने आए मामले?
ये रहस्यमयी बीमारी सबसे पहले अक्टूबर, 2021 में अमेरिका में पकड़ में आई। तब पांच बच्चों को अज्ञात कारण से लिवर डैमेज की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अब तक इसके 169 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से सबसे अधिक 114 मामले यूनाइटेड किंगडम (UK) में मिले हैं। स्पेन में 13, इजरायल में 12 और अमेरिका में नौ मामले मिले हैं।
अन्य 21 मामले डेनमार्क, आयरलैंड, नीदरलैंड, इटली, नॉर्वे, फ्रांस, रोमानिया और बेल्जियम में मिले हैं।
जानकारी
जापान में भी एक संभावित मामला
जापान में भी इस बीमारी का एक संभावित मामला सामने आया है, जो बीमारी के अमेरिका और यूरोप से बाहर भी फैलने की आशंकाओं को जन्म देता है। WHO ने कहा है कि ये संभव है कि अधिक टेस्टिंग करने पर और मामले सामने आएं।
लक्षण
क्या हैं बीमारी के लक्षण?
इस बीमारी के लक्षण हेपेटाइटिस जैसे ही हैं। पहले पेट में दर्द, डायरिया और उल्टी जैसे लक्षण दिखते हैं और फिर पीलिया होता है। टेस्टिंग में लिवर में गंभीर सूजन और अधिक एंजाइम भी पाए गए हैं।
इसके अलावा थकावट, भूख में कमी, काला पेशाब, हल्के रंग का मल और जोड़ों का दर्द जैसे हेपेटाइटिस के अन्य लक्षण भी देखने को मिले हैं।
अधिकांश बच्चों में बुधार नहीं पाया गया।
जानकारी
किस उम्र के बच्चे हो रहे प्रभावित?
इस बीमारी से एक महीने से 16 साल तक के बच्चे प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर प्रभावित बच्चों की उम्र 10 साल से कम है। 17 बच्चों (लगभग 10 प्रतिशत) को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ी है, वहीं एक बच्चे की मौत हुई है।
कारण
क्या है इस बीमारी का कारण?
इस बीमारी का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है और यही इसके बारे में सबसे रहस्यमयी बात है। किसी भी बच्चे में गंभीर हेपेटाइटिस का कारण माने जाने वाले हेपेटाइटिस A, B, C, D और E वायरस नहीं मिले हैं।
74 बच्चों को एडिनोवायरस से संक्रमित पाया गया और इस कारण इस बीमारी के एडिनोवायरस से संबंधित होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी तक इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है।
बयान
WHO ने जताई एडिनोवायरस के कारण गंभीर हेपेटाइटिस होने की आशंका
WHO ने कहा कि इसकी संभावना है कि एडिनोवायरस के संक्रमण के कारण दुर्लभ मामलों में गंभीर हेपेटाइटिस होता हो और अब ज्यादा टेस्ट किए जाने के कारण इसके मामले पकड़ में आ रहे हों।
एडिनोवायरस
क्या होता है एडिनोवायरस?
एडिनोवायरस सामान्य तरह के वायरस होते हैं जो जुकाम और बुखार से लेकर निमोनिया और डायरिया जैसी आम बीमारियों के कारण बनते हैं।
WHO के अनुसार, लगभग 50 ऐसे एडिनोवायरस हैं जो मनुष्य को संक्रमित कर सकते हैं। हालांकि एडिनोवायरस से होने वाली ज्यादातर बीमारियां खुद ही ठीक हो जाती हैं और इससे स्वस्थ बच्चों को हेपेटाइटिस होने का कोई ज्ञात इतिहास नहीं है।
बीमारी के पीछे नया एडिनोवायरस होने की आशंका भी जताई जा रही है।