खेल में राजनीति: जानिए किन-किन खेल संघों पर है राजनेताओं या उनके परिजनों का दबदबा
क्या है खबर?
भारतीय पहलवान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर धरना दे रहे हैं।
दरअसल, कई महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
बता दें कि भारतीय खेल संघों के शीर्ष पदों पर सालों से राजनेताओं या उनके परिजनों का दबदबा रहा है।
आइए जानते हैं किन खेल संघों के शीर्ष पदों पर राजनेताओं का कब्जा है।
कुश्ती
2011 से WFI के अध्यक्ष हैं भाजपा सांसद बृजभूषण
विवादों में घिरे बृजभूषण 2011 से WFI के अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। दबंग नेता की छवि वाले बृजभूषण की बचपन के दिनों से ही कुश्ती में रूचि थी और वह अखाड़ों में कुश्ती करते थे।
वह 1988 में भाजपा के साथ जुड़े और 1991 में पहली बार उत्तर प्रदेश की गोंडा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे।
उसके बाद वह 5 बार और सांसद रह चुके हैं। उनके ऊपर हत्या समेत कई केस भी चल रहे हैं।
क्रिकेट
गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह हैं BCCI के सचिव
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव हैं, जबकि कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला इसके उपाध्यक्ष हैं।
इससे पहले भी BCCI के शीर्ष पदों पर राजनेता काबिज रहे हैं।
केंद्रीय खेल अनुराग ठाकुर 2016 से 2017 के बीच BCCI अध्यक्ष रहे थे, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने पद से हटा दिया था।
ठाकुर से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार भी BCCI के अध्यक्ष रह चुके हैं।
जानकारी
भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष हैं असम के मुख्यमंत्री सरमा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा वर्तमान में भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) के अध्यक्ष भी हैं। सरमा को 2022 से 2026 तक दूसरे कार्यकाल के लिए निर्विरोध चुना गया था। इससे पहले उन्हें पहली बार 2017 में BAI प्रमुख के रूप में चुना गया था।
टेबल टेनिस
TTFI की अध्यक्ष हैं हरियाणा के उपमुख्यमंत्री चौटाला की पत्नी
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी (JJP) नेता दुष्यंत चौटाला की पत्नी मेघना अहलावत टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (TTFI) की अध्यक्ष हैं।
वह TTFI की पहली महिला अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने पिछले साल हुए फेडरेशन के चुनाव में गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी को हराया था।
गौरतलब है कि इससे पहले चौटाला खुद भी TTFI के अध्यक्ष रह चुके हैं, लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट ने पिछले साल पूर्व पदाधिकारियों के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी।
जिम्मेदारी
अमरिंदर के बेटे 12 साल तक रहे NRAI के अध्यक्ष
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह 2010 से 2022 तक राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के अध्यक्ष रहे।
सिंह 2021 में चौथी बार NRAI के अध्यक्ष चुने गए थे, लेकिन खेल मंत्रालय ने कहा था कि राष्ट्रीय खेल कोड के मुताबिक कोई व्यक्ति 12 साल से अधिक समय तक किसी खेल संघ का पदाधिकारी नहीं तरह सकता।
उसके बाद सिंह को अपना पद छोड़ना पड़ा था।
पद
हॉकी और तीरंदाजी संघों के अध्यक्ष भी हैं राजनेता
पूर्व हॉकी खिलाड़ी और ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) के पूर्व राज्यसभा सांसद दिलीप टिर्की सितंबर, 2022 से हॉकी इंडिया के अध्यक्ष हैं।
वहीं केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भी वर्तमान में भारतीय तीरंदाजी संघ (AAI) के अध्यक्ष हैं।
गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा भी लंबे समय से साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (CFI) के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
कारण
खेल संघों में क्यों पद चाहते हैं राजनेता?
लंबे समय से खेलों को राजनीति से दूर करने की मांग चली आ रही है, जिसके चलते पहले भी कई बार इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी हो चुके हैं।
हालांकि, कई खेल संघों में बड़े पदों पर राजनेताओं या उनके परिजन का दबदबा अभी भी बरकरार है।
कोई भी खेल संघ राष्ट्रीय महत्व रखता है, जिसके तहत उस खेल के सभी बड़े फैसले लिए जाते हैं। किसी संघ में बड़ी भूमिका निभा पाना एक साख का भी विषय भी है।