रेलवे ने सुशील को नौकरी से निकाला, रेसलिंग फेडरेशन का भी जा सकता है कॉन्ट्रैक्ट
क्या है खबर?
पहलवान सागर धनकड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार होने के 48 घंटों के भीतर ही सुशील कुमार की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद सुशील को अदालत ने छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था।
अब रेलवे ने उन्हें अगली नोटिस तक बर्खास्त कर दिया है। नौकरी जाने के अलावा अब उन पर रेसलिंग फेडरेशन का कॉन्ट्रैक्ट गंवाने का भी खतरा मंडरा रहा है।
बयान
उत्तर रेलवे ने जारी किया अपना बयान
उत्तर रेलवे ने अपना बयान जारी करते हुए बताया कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद सुशील को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है।
बयान में कहा गया, "23 मई को सुशील गिरफ्तार किए गए थे। गिरफ्तार किए जाने के समय से ही सुशील को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। अगली नोटिस तक वह बर्खास्त ही रहेंगे।"
पुलिस सुशील को लेकर छत्रसाल स्टेडियम लेकर भी गई थी।
दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार ने भी कर दी है कड़ाई
उत्तर रेलवे में सीनियर कॉमर्शियल मैनेजर सुशील को दिल्ली सरकार ने छत्रसाल स्टेडियम का ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) नियुक्त किया था। उन्हें स्कूल लेवल पर खेल को बढ़ावा देने का काम दिया गया था।
हत्या के आरोप में सुशील के गिरफ्तार होने के बाद दिल्ली सरकार ने भी OSD के पद पर उनके काम को आगे बढ़ाने से मना कर दिया है। लगातार सुशील की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
कॉन्ट्रैक्ट
जा सकती है सुशील की सालाना कॉन्ट्रैक्ट
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) अगले महीने अपनी रीव्यू मीटिंग करने वाली है और इस दौरान सुशील अपना सालाना कॉन्ट्रैक्ट भी खो सकते हैं। 30 लाख रुपये वाले अपने कॉन्ट्रैक्ट को सुशील हत्या के आरोप में गिरफ्तार होने की बजाय प्रदर्शन के आधार पर खो सकते हैं।
2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप से बाहर होने के बाद से सुशील ने किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया है। 2018 एशियन चैंपियनशिप में भी वह कोई मेडल हासिल नहीं कर सके थे।
2020
2020 में भी सुशील को नहीं मिले थे पूरे पैसे
सुशील को 20 लाख रुपये वाली ग्रेड में रखा गया था, लेकिन बाद में उन्हें प्रमोट कर दिया गया था। WFI असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर ने साफ किया है कि सुशील को पूरे पैसे नहीं दिए गए थे।
उन्होंने कहा, "2020 में सुशील को पूरे पैसे नहीं दिए गए थे। हमने सुशील को 2020 के एक तिमाही के पैसे दिए थे। इसके बाद उन्हें कुछ नहीं मिला है क्योंकि वह किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले रहे थे।"
मामला
हत्या के मामले में गिरफ्तार हुए हैं सुशील
मई की शुरुआत में छत्रसाल स्टेडियम में 23 साल के युवा पहलवान सागर धनकड़ की पिटाई के कारण मौत हो गई थी। आरोप है कि सुशील और उनके साथियों ने मिलकर धनकड़ की पिटाई की थी जिसके कारण उनकी मौत हुई है।
दो हफ्तों से अधिक समय तक पुलिस की आंखों में धूल झोकने के बाद सुशील और उसका साथी अजय 23 मई की सुबह दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार किए गए थे।
धाराएं
सुशील पर दर्ज हैं कई धाराएं
स्टेडियम के अंदर हुई वीभत्स घटना के बाद पुलिस ने सुशील के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। सुशील के खिलाफ 302 (हत्या), 308 (गैर इरादतन हत्या), 365 (अपहरण), 325 (गंभीर चोट पहुँचाना), 323 (जानबूझकर किसी को चोट पहुंचाना), 341 (गलत क्रूरता) और 506 (आपराधिक धमकी) धारा के तहत FIR किया गया है।
इतने दिनों तक पुलिस को चकमा देने के बाद अब उन्हें पुलिस के सामने सच उगलना होगा।