लॉकडाउन: साइकिल से तय की 1,200 किमी की दूरी, साइकिलिंग फेडरेशन ने ट्रायल के लिए बुलाया
कई बार इंसान के सामने ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं कि वह असंभव से लगने वाले काम को भी कर ले जाता है। कुछ ऐसा ही बिहार की 15 वर्षीया ज्योती कुमारी के साथ हुआ, जिन्होंने लॉकडाउन में फंसे होने के कारण 1,200 किलोमीटर का सफर साइकिल से सात दिन में तय किया। अब उनकी इस दृढ़ता से प्रभावित साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (CFI) ने उन्हें ट्रायल के लिए बुलाने का फैसला लिया है।
इस कारण साइकिल से बिहार के लिए निकले ज्योति और उनके पिता
ज्योति के पिता गुरुग्राम में ऑटोरिक्शा चलाते हैं और लॉकडाउन के दौरान वह चोटिल हो गए थे। चोटिल होने और आमदनी बंद हो जाने के बाद उन्हें किराए पर ली गई ऑटोरिक्शा को उसके मालिक को लौटा देनी पड़ी। 10 मई को साइकिल खरीदने के बाद दोनों ने अपना सफर शुरु किया और 16 मई को वे अपने घर बिहार पहुंचे। पूरे सफर के दौरान ज्योति ने अपने चोटिल पिता को बैठाकर साइकिल चलाई।
ट्रायल में हुई पास तो ट्रेनी के तौर पर रखी जाएंगी- CFI चेयरमैन
CFI के चेयरमैन ओंकार सिंह ने PTI से कहा कि यदि ज्योती ट्रायल में पास हो जाती हैं तो उन्हें स्टेट ऑफ द आर्ट नेशनल साइकिलिंग अकादमी में ट्रेनी के तौर पर रखा जाएगा। उन्होंने आगे कहा, "यदि वह घर से किसी को साथ लाना चाहेंगी तो हम उन्हें इसकी भी इजाजत देंगे। हमे अपनी बिहार स्टेट यूनिट से बात करेंगे कि कैसे उन्हें दिल्ली ट्रायल के लिए लाया जा सके।"
कम्प्यूटराइज्ड साइकिल पर लिया जाएगा टेस्ट
ट्रायल का ऑफर देने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि जरूर उनमें कुछ बेहतरीन प्रतिभा है। उन्होंने आगे कहा कि उनके ख्याल से 1,200 किलोमीटर साइकिल चलाना आसान काम नहीं है। जरूर उनके पास दृढ़ता और मजबूती है और हम इसे परखना चाहते हैं। सिंह ने बताया, "हम उन्हें अकादमी में मौजूद कम्प्यूटराइज्ड साइकिल पर बैठाएंगे और देखेंगे कि वह सिलेक्ट होने के लिए सात-आठ पैमानों पर खरी उतरेंगी या नहीं।"
इससे पहले भी कई लोगों को ट्रायल के लिए बुला चुका है खेल मंत्रालय
पिछले साल अगस्त में मध्य प्रदेश के रामेश्वर सिंह का 11 सेकेंड में 100 मीटर की रेस पूरी करने का वीडियो वायरल हुआ था। खेलमंत्री किरेन रिजिजू ने रामेश्वर को ट्रायल के लिए बुलाया, लेकिन वहां उन्होंने 12.90 सेकेंड में रेस पूरी की थी। इस साल फरवरी में कर्नाटक के श्रीनिवास गोउड़ा ने बैलों की रेस में 142 मीटर की दूरी 13.42 सेकेंड में तय की थी। इसके बाद उन्हें भी ट्रायल का ऑफर दिया गया था।