खेल मंत्री किरन रिजिजू का बड़ा बयान, कहा- जल्द ही RTI के दायरे में आएगा BCCI
खेल मंत्री किरन रिजिजू ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया (PTI) को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (NADA) के अंतर्गत लाना उनके पिछले तीन महीने के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही रिजिजू ने आगे कहा कि जल्द ही BCCI सूचना का अधिकार (RTI) के दायरे में भी आ जाएगा। वहीं रिजिजू ने यह भी कहा कि 'राष्ट्रीय खेल आचार संहिता' खेलों में सुशासन के लिए जरूरी है।
BCCI को NADA के अंतर्गत लाना मेरी सबसे बड़ी उपल्बिध- रिजिजू
खेल मंत्री के तौर पर सबसे बड़ी उपलब्धियों के बारे में पूछने पर रिजिजू ने कहा, "निश्चित तौर पर, BCCI को NADA के अंतर्गत लाना मेरी सबसे बड़ी उपल्बिध है। मेरा मानना है कि देश में हर खेल और हर खिलाड़ी बराबर है। इसलिए खेल के तमाम कानून और प्रावधान उस पर लागू होते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "यह स्वाभाविक प्रक्रिया है। अच्छा है ऐसा हो गया। यह अजीब होता कि सिर्फ एक खेल नियमों के दायरे से बाहर हो।"
BCCI की यह दलील बेमानी है कि वह सरकार से अनुदान नहीं लेता- रिजिजू
इंटरव्यू में रिजिजू ने आगे कहा, "सरकार का पैसा जनता का पैसा है। BCCI के पास पैसा कहां से आ रहा है, इसे सभी को जानने का हक है। लोग टीवी देखते हैं, टिकट खरीदते हैं। विज्ञापन का पैसा, यह सब जनता का पैसा है।" उन्होंने आगे कहा, "BCCI की यह दलील बेमानी है कि वह सरकार से अनुदान नहीं लेता। लोगों से ही पैसा मिलता है। लोगों का पैसा चाहे सरकार से ले या सीधे, बात एक ही है।"
सरकार जल्दी ही मजबूत आचार संहिता का कानून लेकर आएगी- रिजिजू
इंटरव्यू में रिजिजू ने आगे कहा कि हर संगठन को पारदर्शिता और जवाबदेही से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'राष्ट्रीय खेल आचार संहिता' खेलों में सुशासन के लिए जरूरी है और सरकार जल्दी ही मजबूत आचार संहिता का कानून लेकर आएगी।
पृथ्वी शॉ के मामले के बाद BCCI ने NADA से जुड़ने की हामी भरी
BCCI का NADA के साथ काम न करने को लेकर लंबे वक्त से सरकार से टकराव चल रहा था। जबकि देश में अन्य खेलों के खिलाड़ी NADA के तहत आते हैं, लेकिन BCCI इसके अंतर्गत नहीं आना चाहता था। लेकिन इसी महीने BCCI अब NADA के साथ जुड़ने को राजी हो गया था। कई रिपोर्ट में दावा किया गया कि पृथ्वी शॉ के मामले के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड NADA के साथ जुड़ने तैयार हुआ।
इस कारण बैन हुए थे पृथ्वी शॉ
BCCI ने हाल ही में पृथ्वी शॉ को डोप टेस्ट में फेल होने के चलते 15 नवंबर, 2019 तक सस्पेंड कर दिया है। पृथ्वी डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए थे और उनकी रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्होंने प्रतिबंधित कफ सीरप का सेवन किया था, जिसमें एक ऐसी दवा पाई जाती है जो BCCI के डोपिंग सिस्टम में फिट नहीं बैठती। बता दें कि खिलाड़ी बिना BCCI की इजाजत के ऐसी दवाओं का सेवन नहीं कर सकते हैं।