रूस-यूक्रेन युद्ध: 13,300 भारतीयों की हुई वापसी, फंसे हुए छात्रों को घर में रहने की सलाह
क्या है खबर?
रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं, लेकिन अभी भी 700 छात्र सुमी में फंसे हैं।
इसी बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने वहां फंसे छात्रों को सुरक्षा के लिए घरों में ही रहने की सलाह दी है।
इधर, सरकार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत अब तक 10,300 नागरिकों को भारत लाया जा चुका है। वर्मतान में खारकीव शहर में कोई भी भारतीय नहीं बचा है।
परेशानी
अकेले ही सीमा की ओर रवाना हो रहे थे भारतीय छात्र
यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी शहर सुमी में फंसे भारतीय छात्रों ने कई वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए हैं।
इनमें उन्होंने कहा कि वो खतरा उठाते हुए अकेले ही रूस की सीमा की ओर बढ़ रहे हैं, जो करीब 50 किलोमीटर दूर है।
उनका कहना है कि यह सुमी में उनका आखिरी वीडियो है। यदि उन्हें कुछ होता है तो इसके लिए भारत सरकार औऱ दूतावास जिम्मेदार होगा। हालांकि, दूतावास के संर्पक करने के बाद उन्हें जाने से रोक दिया गया।
सलाह
विदेश मंत्रालय ने छात्रों को दी घरों में ही रहने की सलाह
इन वीडियो के आने के बाद विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए सभी छात्रों को घरों के भीतर ही सुरक्षित रहने की सलाह दी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हमने सभी छात्रों को सुरक्षा संबंधी सभी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। उन्हें बंकरों औऱ शरण के अन्य स्थानों पर रहने को कहा गया है औऱ किसी भी प्रकार का जोखिम मोल लेकर कहीं भी अकेले न जाने की सलाह भी दी है।"
सफलता
पिछले 24 घंटे में हुई 2,900 नागरिकों की वापसी- बागची
बागची ने कहा, "ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत अब तक करीब 13,300 भारतीय नागरिकों की वापसी हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 15 उड़ानों के जरिए करीब 2,900 नागरिकों को वापस लाया गया है।"
उन्होंने कहा, "अगले 24 घंटों में 13 उड़ानों से करीब 2,500 नागरिकों को वापस लाया जाएगा। वर्तमान में यूक्रेन के खारकीव शहर में कोई भी भारतीय नहीं बचा है। ऐसे में सरकार ने अब पूरा ध्यान सुमी पर केंद्रित कर दिया है।"
प्रयास
युद्ध विराम के लिए दबाव बना रही है सरकार- बागची
बागची ने कहा, "सरकार रूस और यूक्रेन की सरकार से कई बार कई चैनलों के जरिये वार्ता करते हुए तुरंत ही युद्धविराम लागू करने का दबाव बना रही है। इसके अलावा छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए मानवीय गलियारा भी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास लगातार छात्रों से संपर्क साध रहे हैं और उनकी मदद के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।सुमी में फंसे छात्रों को जल्द ही लाया जाएगा।"
जानकारी
विदेश सचिव ने की यूक्रेन से बात
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने यूक्रेन के उप विदेश मंत्री से बात कर देश के पूर्वी हिस्से से भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने में मदद मांगी है। उन्होंने खारकीव में मारे गए भारतीय छात्र के शव की वापसी के इंतजाम को लेकर भी बातचीत की।
ऐलान
नागरिकों की निकासी के लिए रूस ने किया सीजफायर का ऐलान
इधर, रूस ने यूक्रेन के मरियोपाोल और वोल्नोवाखा शहर से लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए अस्थायी सीजफायर का ऐलान किया है।
रूस ने कहा कि उसकी सेना मॉस्को के समयानुसार 10 बजे से गोलीबारी रोक देगी।
बता दें कि रेड क्रॉस की अगुवाई में दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में दोनों शहरों से 2.15 लाख लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए सीजफायर और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए विशेष कॉरिडोर बनाने पर सहमति बनी है।
ऑपरेशन गंगा
629 छात्रों को लेकर लौटे वायुसेना के तीन विमान
भारतीय वायुसेना के तीन विमान यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय छात्रों को लेकर दिल्ली लौटे हैं।
वायुसेना ने बयान जारी कर बताया कि इन तीनों विमानों में रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से 629 छात्रों को भारत लाया गया है। जाते समय इन विमानों के जरिये 16.5 टन राहत सामग्री भेजी गई थी।
'ऑपरेशन गंगा' के तहत वायुसेना अब तक 10 उड़ानों में 2,000 से अधिक नागरिकों को भारत ला चुकी है।
यूक्रेन युद्ध
यूक्रेन में युद्ध की क्या स्थिति?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज 10वां दिन है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े परमाणु संयंत्र की तरफ बढ़ रही है और इससे महज 32 किलोमीटर दूर है।
दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने 'नो-फ्लाई जोन' घोषित न करने के लिए NATO की आलोचना करते हुए उसने रूस को शहरों और गांवों पर बम गिराने की हरी झंडी दिखा दी है।