कोरोना वायरस: चीन में 25 मौतें, कई भारतीय फंसे; दूसरे देशों में भी सामने आए मामले

तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस की चपेट में आने से चीन में 25 लोगों की मौत हो गई है और 830 से ज्यादा लोग इससे पीड़ित हैं। वायरस को फैलने से रोकने के लिए वुहान समेत पांच शहरों को बंद कर दिया गया है। चीनी सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि हुबेई में 24 और हेबेई में एक शख्स की मौत हुई है। वहीं 177 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
कोरोना वायरस एक वायरस फैमिली है जिसमें से मात्र छह इंसान को संक्रमित कर सकते हैं। 2019-nCoV नामक इस कोरोना वायरस को इस श्रेणी का सातवां और नया वायरस माना जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ये वायरस संक्रमित सीफूड से पैदा होता है और एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है। इसकी शुरुआत हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से हुई थी और यही शहर इससे सबसे बुरी तरह प्रभावित है।
चीन से यह खतरनाक वायरस दूसरे देशों में भी फैल रहा है। अभी तक सिंगापुर, वियतनाम थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, ताइवान, जापान और अमेरिका में इसके मामले सामने आ चुके हैं। शुक्रवार को जापान में इसका दूसरा मामला सामने आया। पहले खबरें आई थीं कि सऊदी अरब में काम करने वाली एक भारतीय नर्स भी इस वायरस की चपेट में आ गई हैं, लेकिन बाद में पता चला कि वह किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित है।
वायरस के प्रकोप को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने चीनी नववर्ष के आयोजनों पर रोक लगा दी है। ये आयोजन शनिवार से शुरू हो रहे थे। इनके लिए लाखों लोग अलग-अलग शहरों में यात्राएं करते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 25 भारतीय छात्र वुहान शहर में फंसे हुए हैं। इनमें से 20 केरल के रहने वाले हैं। वहीं वुहान से लगभग 300 किलोमीटर दूर यीचेंग शहर में रहने वाले 14 भारतीय छात्रों को जल्द ही उनके घर भेजा जाएगा। बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि वह हालात पर नजर बनाए हुए है और वहां फंसे भारतीय नागरिकों के संपर्क में है। वहीं चीन से लौटे भारतीय लोगों की गहन निगरानी की जा रही है।
इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठऩ (WHO) ने कहा है कि कोरोना वायरस को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करना अभी जल्दबाजी होगी। WHO के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि चीन में इमरजेंसी के हालात है, लेकिन अभी वैश्विक स्तर पर इमरजेंसी जैसे हालात पैदा नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा, "हमें पता है कि इस वायरस से गंभीर बीमारी हो सकती है और यह जान भी ले सकता है, लेकिन अधिकतर लोगों में इसके मध्यम लक्षण पाए गए हैं।"
इस वायरस से पीड़ित होने पर व्यक्ति को सबसे पहले बुखार होता है। उसके बाद खांसी और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। यह छूने, हाथ मिलाने, खांसने और छींकने से हवा में फैलता है और दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है। इससे बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखें, बीमार व्यक्ति के पास जाने से बचें, खांसते या छींकते समय मुंह को ढ़क लें और बीमार होने पर घर से बाहर निकलने से बचें।