LAC: पीछे हटने को तैयार नहीं चीन, बदल-बदलकर कर रहा सैनिकों की तैनाती- रिपोर्ट
भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव के समाधान के लिए दोनों देशों के कमांडर बैठक कर रहे हैं। इसी बीच ऐसे संकेत मिले हैं कि चीन विवादित क्षेत्रों से अपने सैनिकों को पीछे हटाने के लिए तैयार नहीं है। सूत्रों के अनुसार, चीन ऐसे क्षेत्रों में, जहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने तैनात है, वहां अपने सैनिकों को बदल-बदलकर तैनात कर रहा है। सैनिकों को लंबे समय तक लगातार एक जगह तैनात नहीं किया जा रहा है।
पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर दिखा रोटेशन का पहला नजारा
न्यूज18 ने रक्षा अधिकारी के हवाले से लिखा है कि भारतीय पक्ष का अनुमान है कि चीन हर दो सप्ताह बाद सैनिकों की तैनाती बदल रहा है। यह अनुमान इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि इसका मतलब यह हो सकता है कि चीन अपने सैनिकों को थकान रहित और लड़ाई के लिए तैयार रखना चाहता है। चीन की तरफ से सैनिकों के रोटेशन का पहला नजारा पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी किनारे पर देखा गया था।
हर दो हफ्ते बाद लगभग 200 सैनिक रोटेट कर रहा चीन- रिपोर्ट
रिपोर्ट्स के अनुसार, फिंगर 3 और 4 के बीच दोनों तरफ से लगभग 2,000 सैनिक आमने-सामने तैनात है। भारत ने इन सैनिकों को तैनाती में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन चीन हर दो हफ्ते बाद 200 पुराने सैनिकों को बदलकर वहां नए सैनिक तैनात कर रहा है अधिकारी ने बताया कि यह रोटेशन सिर्फ उत्तरी किनारे तक सीमित नहीं है बल्कि चीन उन सभी जगहों पर ऐसा कर रहा है, जहां सैनिक आमने-सामने तैनात हैं।
चीन ने LAC पर तैनात किए 50,000 से ज्यादा सैनिक
भारत का अनुमान है कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लगभग 50,000 जवान तैनात किए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने बयान में इनकी संख्या 60,000 बताई थी। हालांकि, सैनिकों की रोटेशन की रिपोर्ट आने के बाद भारतीय सेना अनुमान की समीक्षा करने पर विचार कर रही है। अधिकारी ने बताया कि इस बार उन चीनी सैनिकों को भी ध्यान में रखा जाएगा, जो रिजर्व में शामिल हो सकते हैं।
सैनिक पीछे हटाने के मुद्दे पर नहीं बनी सहमति
अभी तक हुई कई चरणों की बातचीत मे दोनों देश सैनिकों को पीछे हटाने के बिंदु पर सहमत नहीं हो पाए हैं। भारत का कहना है कि चीन को सभी विवादित इलाकों से सैनिक पीछे हटाने होंगे। वहीं चीन की मांग है कि भारत अपने सैनिक पीछे हटाकर इस पहल की शुरुआत करे। दूसरी तरफ भारत को आशंका है कि अगर वह सैनिक पीछे हटाता है तो खाली हुई पोस्ट पर चीन कब्जा कर लेगा।
आज की बैठक में विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी शामिल
आज चुशूल में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के समाधान के लिए शीर्ष सैन्य कमांडरों की सातवीं बैठक हो रही है। सैन्य अधिकारियों के अलावा इसमें विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
LAC पर चार जगहों पर आमने-सामने हैं दोनों देशों के सैनिक
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहली तीन जगहों पर तो चीनी सैनिक भारत की जमीन पर बैठे हुए हैं। फिंगर्स एरिया और चुशूल में स्थिति सबसे अधिक नाजुक है और यहां कहीं-कहीं दोनों देशों के सैनिकों के बीच मात्र 300-500 मीटर का फासला है।