किरेन रिजिजू बोले- भारतीय लोकतंत्र को खतरे में बताना सोची-समझी साजिश
क्या है खबर?
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने भारतीय लोकतंत्र और न्यायपालिका को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि दुनिया को यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि भारतीय न्यायपालिका और लोकतंत्र खतरे में है। कुछ समूहों द्वारा देश की छवि खराब करने के लिए जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है।
रिजिजू ने ये बात ओडिशा के भुवनेश्वर में केंद्र के वकीलों के एक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में कही।
लोकतंत्र
कानून मंत्री बोले- लोकतंत्र हमारे खून में है
किरेन रिजिजू ने कहा, "भारतीय न्यायपालिका स्वतंत्र है और इसे कभी भी विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। कोई भी भारतीय लोकतंत्र पर सवाल नहीं उठा सकता, क्योंकि लोकतंत्र हमारे खून में है।"
कानून मंत्री ने आगे कहा, "आजादी के नाम पर कुछ भी करने की छूट नहीं दी जा सकती, ऐसा हुआ तो कानून व्यवस्था का क्या होगा। हमें समाज को ऐसे प्रावधानों से परिपूर्ण बनाना है जो इसे सुरक्षित बनाएं।"
लोकतंत्र की जननी
भारत लोकतंत्र की जननी- रिजिजू
किरेन रिजिजू ने कहा कि समय-समय पर देश के अंदर और बाहर दोनों तरफ से कुछ समूहों द्वारा जानबूझकर दुनिया को यह बताने के सोचे-समझे प्रयास किए जा रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका और लोकतंत्र संकट में है।
रिजिजू ने कहा, "इस मंशा से कोई भी अभियान भारत और उसके लोकतांत्रिक ढांचे को बदनाम करने में सफल नहीं हो सकता। अमेरिका भले ही सबसे पुराना लोकतंत्र होने का दावा कर सकता है, लेकिन भारत वास्तव में 'लोकतंत्र की जननी' है।"
टुकड़े गैंग
'टुकड़े-टुकड़े गैंग' पर भी साधा निशाना
कानून मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' को भारत विरोधी विदेशी संस्थाओं का समर्थन प्राप्त है। ये लोग लगातार भारतीय लोकतंत्र, भारत सरकार, न्यायपालिका, सुरक्षा, चुनाव आयोग, जांच एजेंसियों जैसे सभी महत्वपूर्ण अंगों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा करते हैं। इस गैंग के सदस्यों को बेहतर तरीके से समझ लेना चाहिए कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत कायाकल्प की राह पर निकल चुका है। भारत के लोग इन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।
नियुक्ति
जजों की नियुक्ति प्रक्रिया पर भी बोले कानून मंत्री
न्यायिक नियुक्तियों पर बोलते हुए कानून मंत्री ने कहा कि समय-समय पर कार्यपालिका और न्यायपालिका की राय अलग हो सकती है।
उन्होंने कहा, "एक ही बेंच के दो जजों के बीच मतभेद हो सकते हैं। न्यायपालिका और संसद के बीच सहयोग के बगैर देश को एक महान राष्ट्र नहीं बनाया जा सकता।"
बता दें कि जजों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली पर केंद्र और न्यायपालिका के बीच काफी समय से मतभेद चल रहा है।
राहुल गांधी
कैम्ब्रिज में बोले थे राहुल- भारतीय लोकतंत्र खतरे में
कानून मंत्री के इस बयान को राहुल गांधी के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में दिए बयान से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय लोकतंत्र खतरे में है।
राहुल गांधी ने कहा था, "भारत में लोकतंत्र खतरे में है। हम लोग लगातार दबाव महसूस कर रहे हैं। मेरे विचार में मोदी भारत की बनावट को बर्बाद कर रहे हैं। वो भारत पर ऐसा विचार थोप रहे हैं, जिसे भारत स्वीकार नहीं कर सकता।"