
रूस इस हफ्ते अंतरिक्ष में भेजेगा जानवर, यहां जानिए वजह
क्या है खबर?
रूस 20 अगस्त को बायोन-2 नंबर 2 जैवसैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजने जा रहा है। इसे कजाकिस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से सोयुज-2.1B रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा। यह मिशन 30 दिनों का होगा और इसे खास तौर पर सूक्ष्मगुरुत्व और रेडिएशन के लंबे समय तक संपर्क में रहने से जीवों पर पड़ने वाले असर को समझने के लिए तैयार किया गया है। वैज्ञानिक उम्मीद कर रहे हैं कि इससे मानव अंतरिक्ष उड़ानों का भविष्य सुरक्षित करने में मदद मिलेगी।
जानवर
अंतरिक्ष में क्या जाएगा?
इस सैटेलाइट्स को आधुनिक 'नूह के जहाज' की तरह डिजाइन किया गया है। इसमें 75 चूहों, 1,000 से ज्यादा फल मक्खियों, कोशिका संवर्धन, सूक्ष्मजीव और पौधों के बीजों को कक्षा में भेजा जाएगा। सभी के लिए अलग-अलग कंटेनरों में भोजन, प्रकाश और वेंटिलेशन की व्यवस्था होगी। कैमरे और सेंसर रियल-टाइम डाटा देंगे, जबकि कुछ चूहों में लगाए गए चिप्स से उनके शरीर में हो रहे बदलावों की निगरानी की जाएगी।
वजह
इन्हें अंतरिक्ष में क्यों भेजा जा रहा?
चूहों को 3 समूहों में बांटा गया है। एक समूह पृथ्वी पर रहेगा, दूसरा सिम्युलेटर में और तीसरा अंतरिक्ष में जाएगा। यह तुलना वैज्ञानिकों को बताएगी कि अंतरिक्ष यात्रा का जीवों पर क्या असर होता है। खासतौर पर चूहों और मक्खियों के जरिए शोधकर्ता विकिरण और गुरुत्वाकर्षण की कमी का असर आनुवंशिक और कोशिकीय स्तर पर समझ पाएंगे। इससे भविष्य की लंबी यात्राओं के लिए जरूरी चिकित्सा उपाय विकसित करने में मदद मिलेगी।
महत्व
अतिरिक्त प्रयोग और महत्व
इस मिशन में चंद्र सिमुलेंट भी ले जाए जा रहे हैं, जो चंद्रमा की धूल और चट्टानों जैसे पदार्थ हैं। इन्हें परखनलियों में रखकर देखा जाएगा कि अंतरिक्ष रेडिएशन और निर्वात का उन पर क्या असर पड़ता है। इससे भविष्य की चंद्र निर्माण परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। कुल मिलाकर, बायोन-M नंबर 2 मिशन वैज्ञानिकों को गहरे अंतरिक्ष की चुनौतियों को समझने और मानव मिशनों के लिए बेहतर तैयारी करने का मौका देगा।