कोरोना वैक्सीनेशन: देश की आधी व्यस्क आबादी को लगाई गईं दोनों खुराकें
देश की आधी व्यस्क आबादी को कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, करीब 93 करोड़ व्यस्क आबादी में से 85 प्रतिशत को वैक्सीन की एक और 50.35 प्रतिशत को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। वैक्सीनेशन के लिए शुरू किया गया 'हर घर दस्तक' अभियान भी जोर पकड़ रहा है और शनिवार को देशभर में एक बार फिर एक करोड़ से अधिक खुराकें लगाई गईं।
16 जनवरी से शुरू हुआ था वैक्सीनेशन अभियान
भारत का वैक्सीनेशन अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ और पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। 2 फरवरी को इसे पुलिस और सफाई कर्मियों जैसे फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए खोल दिया गया। 1 मार्च से 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ और मई की शुरुआत से 18 साल से ऊपर के सभी व्यस्कों को इसमें शामिल कर लिया गया।
शनिवार को इन राज्यों ने लगाई 10-10 लाख से अधिक खुराकें
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, शनिवार को बिहार (15.33 लाख), तमिलनाडु (14.84 लाख), राजस्थान (10.8 लाख) और उत्तर प्रदेश (10.24 लाख) ऐसे राज्य रहे, जहां 10-10 लाख लोगों को वैक्सीन की खुराकें दी गईं। राज्यों के पास अभी भी 21.38 करोड़ खुराकें बची हुई हैं, जिनका इस्तेमाल होना बाकी है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे के बीच सरकार वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार और तेज कर रही है ताकि अधिक से अधिक लोगों को महामारी के खिलाफ सुरक्षा दी जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
शनिवार को एक करोड़ से अधिक खुराकें लगाए जाने की जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्विटर पर लिखा कि 'हर घर दस्तक' अभियान की तेज गति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान नई उंचाइयां छू रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि देश में 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर 2.5 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई गईं थी, जो एक रिकॉर्ड है।
अगले महीने से शुरू हो सकता है बच्चों का वैक्सीनेशन
कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले महीने से बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो सकता है। शुरुआत में केवल गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को वैक्सीनेट किया जाएगा और मार्च से इसका दायरा बढ़ाकर सभी बच्चों को इसमें शामिल किया जा सकता है। हाल ही में सरकार ने बताया था कि वैक्सीनेशन को लेकर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह और तकनीकी सलाहकार समूह 12-17 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए वैज्ञानिक साक्ष्यों का अध्ययन कर रहे हैं।
दुनियाभर में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
पूरी दुनिया की बात करें तो अब तक आठ अरब से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी हैं। ब्लूमबर्ग के अनुसार, 2.5 अरब खुराकें के साथ चीन वैक्सीनेशन में सबसे आगे है। यहां की 87.5 प्रतिशत आबादी को पहली और 79.3 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। दूसरे स्थान पर मौजूद भारत के बाद यूरोपीय संघ तीसरे स्थान पर है और अब तक यहां 64.8 करोड़ खुराकें लगाई गई हैं।