महाराष्ट्र: वृद्धाश्रम बना कोरोना का हॉटस्पॉट, 67 लोगों में संक्रमण की पुष्टि
महाराष्ट्र के भिवंडी में एक वृद्धाश्रम में रहने वाले 67 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। संक्रमितों में से 62 यहां रहने वाले बुजुर्ग और पांच काम करने वाले कर्मचारी हैं और इनमें से 62 लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी हैं। इन लोगों में एक गर्भवती महिला और एक ढाई साल की बच्ची भी शामिल है। संक्रमण की पुष्टि के बाद सभी लोगों को ठाणे जिले के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शुक्रवार को सामने आया पहला मामला
शुक्रवार को वृद्धाश्रम में रहने वाले एक व्यक्ति ने निजी सेंटर पर कोरोना टेस्ट करवाया था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टरों की एक टीम ने भिवंडी ग्रामीण इलाके में पड़ने वाले सोरगांव में बने इस वृद्धाश्रम का दौरा कर टेस्टिंग की। यहां रहने वाले 109 लोगों के टेस्ट किए गए थे। जब रिपोर्ट्स सामने आई तो इस कलस्टर का पता चला। इसके बाद वृद्धाश्रम को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
हालिया महीनों में इलाके का सबसे बड़ा कलस्टर
अस्पताल में भर्ती एक व्यक्ति की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे ICU (इन्टेंसिव केयर यूनिट) में रखा गया है। करीब 30 लोग ऐसे हैं, जिनमें संक्रमण के बावजूद इसका कोई लक्षण नजर नहीं आ रहा है। वायरस के वेरिएंट का पता लगाने के लिए 15 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। हालिया महीनों में इस इलाके का सबसे बड़ा कलस्टर सामने आया है और अब प्रशासन ने ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण दुर्लभ नहीं
कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों खुराकें लेने के बाद भी संक्रमण होना दुर्लभ नहीं है। दरअसल, कोई भी वैक्सीन कोरोना संक्रमण के खिलाफ 100 प्रतिशत सुरक्षा देने का दावा नहीं करती है, लेकिन ये बीमारी की गंभीरता को कम देती है, जिससे लोग अस्पतालों में भर्ती होने से बच जाते हैं। इसीलिए सरकारें और दुनियाभर के विशेषज्ञ लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं ताकि स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ने वाले दबाव को कम रखा जा सके।
कई जगह सामने आ चुके हैं कलस्टर
बीते कुछ दिनों में कई जगहों पर कोरोना कलस्टर सामने आ चुके हैं। इससे पहले कर्नाटक के धारावाड़ जिले में एक मेडिकल कॉलेज में 300 से अधिक छात्र संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों में रैंडम टेस्टिंग कराने का फैसला लिया था। जानकारों का कहना है कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और लापरवाही बरतना महंगा पड़ सकता है। कोरोना के नए वेरिएंट ने चिंता और बढ़ा दी है।
देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 8,309 नए मामले सामने आए और 236 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,45,80,832 हो गई है। इनमें से 1,03,859 सक्रिय मामले हैं और 4,68,790 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सरकार ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा टला नहीं है और लोगों को दिसंबर तक बेहद सावधान रहने की जरूरत है।