प्रधानमंत्री मोदी के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने लगवाई कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक
भारत में सोमवार से कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान का दूसरा चरण शुरू हो गया है। इसमें शुरुआत में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इस चरण में राजनेताओं के वैक्सीन लगवाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन लगवाई थी। शाम को गृह मंत्री अमित शाह ने वैक्सीन की पहली खुराक लगवाई है।
गृह मंत्री मेदांता अस्पताल में लगवाई पहली खुराक
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शाम को गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल पहुंचकर कोरोना वायरस के खिलाफ पहली खुराक लगवाई। मेदांता के डॉक्टरों की टीम ने गृह मंत्री को वैक्सीन लगाई। डॉक्टर ने बताया कि वैक्सीन लगाने के बाद गृह मंत्री के स्वास्थ्य पर नजर रखी गई है। पहली खुराक के 28 दिन बाद गृह मंत्री को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जाएगी। बता दें कि यह वैक्सीनेशन का अहम चरण है।
इन नेताओं ने भी लगवाई वैक्सीन की पहली खुराक
दूसरे चरण में केंद्रीय मंत्री डॉ जीतेंद्र सिंह ने दिल्ली AIIMS पहुंचकर वैक्सीन लगवाई। इसी तरह विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' लगवाकर लोगों की इसके सुरक्षित होने का संदेश दिया। वैक्सीन लगवाने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, 'मैने कोरोना वैक्सीन लगवाई। यह कोवैक्सिन थी। इसे लगवाने के बाद सुरक्षित महसूस कर रहा हूं।' इसी तरह राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी वैक्सीन की पहली खुराक लगवाई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वैक्सीन लगवाकर की दूसरे चरण की शुरुआत
वैक्सीनेशन अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' लगवाकर की। इस दौरान उन्होंने पात्र लोगों से आगे बढ़कर वैक्सीन लगवाने तथा देश को कोरोना मुक्त बनाने में सहयोग करने की अपील की है। इसी तरह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने चेन्नई स्थित मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन लगवाई। इसी तरह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी वैक्सीन लगवाई है।
को-विन ऐप नाम की फैलाई गलत सूचना- शर्मा
वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में पंजीयन को लेकर चल रहे असमंजस पर वैक्सीनेशन के लिए अधिकृत पैनल के प्रमुख आरएस शर्मा ने स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा है कि शुरू से ही को-विन (Co-Win) को लेकर कोई गड़बड़ी नहीं है। कुल लोगों ने गल सूचना प्रसारित कर दी कि पंजीयन के लिए को-विन ऐप बनाया गया है, जबकि ऐसा नहीं है। लोग को-विन पोर्टल cowin.gov.in और आरोग्य सेतु ऐप के जरिए पंजीयन करा सकते हैं।
पंजीयन नहीं होने पर भी लगवाई जा सकती है वैक्सीन- शर्मा
शर्मा ने बताया कि जो लोग इंटरनेट सुविधा के अभाव में को-विन पोर्टल पर पंजीयन कराने में असक्षम है, वो किसी भी नजदीकी केंद्र पर जाकर भी वैक्सीन लगवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित पात्र व्यक्ति वैक्सीनेशन सेंटर पर अपना एक अधिकृत फोटो पहचान पत्र दिखाना होगा। उसके बाद वह पंजीयन कराकर वैक्सीन लगवा सकता है। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम तक 17 लाख लोग पंजीयन करा चुके हैं। यह एक दिन में बड़ी संख्या है।