NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / प्रधानमंत्री मोदी ने जो 'कोवैक्सिन' वैक्सीन लगवाई, जानिए उसके बारे में महत्वपूर्ण बातें
    अगली खबर
    प्रधानमंत्री मोदी ने जो 'कोवैक्सिन' वैक्सीन लगवाई, जानिए उसके बारे में महत्वपूर्ण बातें

    प्रधानमंत्री मोदी ने जो 'कोवैक्सिन' वैक्सीन लगवाई, जानिए उसके बारे में महत्वपूर्ण बातें

    लेखन मुकुल तोमर
    Mar 01, 2021
    05:37 pm

    क्या है खबर?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाकर वैक्सीनेशन के दूसरे चरण का शुभारंभ किया।

    प्रधानमंत्री को भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' वैक्सीन लगाई गई जो अभी तक काफी विवादों में रही है। वैक्सीन को बिना तीसरे चरण के ट्रायल पूरे हुए लॉन्च किया गया है और इस कारण कई डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी इसे लगवाने से इनकार कर चुके हैं।

    चलिए आपको निर्माण से लेकर साइड इफेक्ट्स तक कोवैक्सिन से संबंधित अहम जानकारियां देते हैं।

    विकास

    किसने किया है कोवैक्सिन को विकसित और ये कितनी प्रभावी?

    भारत बायोटेक ने कोवैक्सिन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर विकसित किया है और ये पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है।

    इसे कोरोना वायरस को ही निष्क्रिय करके विकसित किया गया है। इसके लिए ICMR ने भारत बायोटेक को जिंदा वायरस प्रदान किया था, जिसे निष्क्रिय करके कंपनी ने वैक्सीन विकसित की।

    लगभग 26,000 लोगों पर वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल जारी है और ये कितनी प्रभावी है, अभी इसका पता नहीं चला है।

    खुराकें

    वैक्सीन की कितनी खुराकें और किस उम्र के लोगों को दी जाएगी?

    कोवैक्सिन दो खुराकों वाली वैक्सीन है, यानि ये दोनों खुराकों के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ इम्युनिटी पैदा करती है। हर खुराक में 0.5ml वैक्सीन दी जाएगी और दोनों खुराकों के बीत चार हफ्ते का अंतराल होगा।

    वैक्सीन दोनों खुराकें दिए जाने के 14 दिन बाद असर दिखाना शुरू करेगी।

    भारत में वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली है और अभी इसे 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही दिया जा रहा है।

    प्रक्रिया

    वैक्सीन लगवाने से पहले स्वास्थ्यकर्मियों को क्या बताना होता है?

    इंट्रा-मस्कुलर इंजेक्शन के तौर पर दी जाने वाली कोवैक्सिन को लगवाने से पहले लोगों को स्वास्थ्यकर्मियों को बताना होगा कि उन्हें किसी भी दवा, खाद्य पदार्थ, वैक्सान या कोवैक्सिन में शामिल किसी सामग्री से एलर्जी तो नहीं है।

    बुखार, ब्लीडिंग डिसऑर्डर और इम्युनिटी से संबंधित किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों को भी इसके बारे में स्वास्थ्यकर्मियों को सूचित करना होगा।

    कोरोना संक्रमितों और अस्पताल में भर्ती लोगों को ठीक होने के बाद वैक्सीन लगवाने की सलाह दी गई है।

    जानकारी

    किन लोगों को नहीं लगवानी चाहिए कोवैक्सिन?

    कोवैक्सिन में शामिल किसी सामग्री से गंभीर एलर्जी वाले लोगों और गर्भवती और स्तनपान करा रही महिलाओं को अभी के लिए कोवैक्सिन नहीं लगाई जा रही है। बेहद कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को भी वैक्सीन न लगवाने की सलाह दी गई है।

    साइड इफेक्ट

    वैक्सीन के क्या साइड इफेक्ट हैं?

    केंद्र सरकार के अनुसार, कोवैक्सिन लगवाने के बाद कुछ आम साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं। इनमें इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द, गर्मी, लालिमा, खुजली या सूजन, अस्वस्थ महसूस करना, थकावट, बुखार, सिरदर्द, सर्दी लगना और मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द आदि शामिल हैं।

    इसके अलावा कुछ लोगों में इंजेक्शन वाली जगह पर गांठ, उल्टी और गले में खराश और कफ जैसे फ्लू के लक्षण भी देखे जा सकते हैं।

    नियम

    क्यों विवादों में है कोवैक्सिन?

    किसी भी वैक्सीन को इंसानी ट्रायल के तीन चरण पूरे होने के बाद लॉन्च किया जाता है। इन ट्रायल्स में पता चलता है कि कोई भी वैक्सीन कितनी प्रभावी और सुरक्षित है।

    हालांकि, कोवैक्सिन को तीसरे चरण का ट्रायल पूरा हुए बिना ही लॉन्च कर दिया गया है और इस पर तमाम विशेषज्ञ सवाल उठा चुके हैं।

    इसी कारण कोवैक्सिन विवादों में रही है और अब प्रधानमंत्री ने खुद इसे लगवाकर इस विवाद को शांत करने की कोशिश की है।

    कीमत

    कोवैक्सिन की क्या कीमत और इसकी कितनी खुराकें लगाई गईं?

    अगर कीमत की बात करें तो भारत सरकार को अभी तक कोवैक्सिन 206 रुपये प्रति खुराक की कीमत पर पड़ी हैं। सरकार ने वैक्सीनेशन का पहला चरण पूरा होने से पहले कंपनी से 55 लाख खुराकें खरीदी थीं और फरवरी में उसे 45 लाख खुराकों का दूसरा ऑर्डर मिला है।

    अभी तक के वैक्सीनेशन अभियान में कुल 12.44 लाख लोगों को कोवैक्सिन की खुराक दी जा चुकी है। ट्रायल पूरे न होने के कारण इसका कम उपयोग किया गया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    वैक्सीन समाचार
    केंद्र सरकार
    कोरोना वायरस

    ताज़ा खबरें

    विदेश सचिव ने संसदीय समिति से कहा- भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम में नहीं थी अमेरिका की भूमिका विदेश मंत्रालय
    आमिर खान और राजकुमार हिरानी की फिल्म साल 2027 में होगी रिलीज, जानिए क्या है योजना आमिर खान
    EPFO ने इस साल किए 5 बड़े बदलाव, जानिए क्या मिला फायदा  EPFO
    IPL के इन 5 संस्करणों में एक टीम के 2 बल्लेबाजों ने बनाए हैं 600+ रन इंडियन प्रीमियर लीग

    भारत की खबरें

    कोरोना वायरस: देश में बीते दिन मिले 13,193 नए मरीज, सक्रिय मामलों में फिर इजाफा महाराष्ट्र
    पैंगोंग झील पर पूरी हुई सेनाएं पीछे हटाने की प्रक्रिया, कल अगले दौर की बैठक- रिपोर्ट चीन समाचार
    पिछले साल पुरानी डीजल कारों की बिक्री बढ़ी, ऑनलाइन माध्यमों से बिके अधिक वाहन- रिपोर्ट ऑटोमोबाइल
    सैनिकों की मौत स्वीकार करने के बाद चीन ने जारी किया गलवान हिंसा का वीडियो चीन समाचार

    वैक्सीन समाचार

    कर्नाटक: डॉक्टरों मांगी वैक्सीन का चुनाव करने की अनुमति, चिकित्सा मंत्री को लिखा पत्र कर्नाटक
    सरकार ने किया 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन' का बचाव, बताया अन्य वैक्सीनों से अधिक सुरक्षित स्वास्थ्य मंत्रालय
    वैक्सीनेशन अभियान: अब तक 6.31 लाख लोगों को लगाई गई वैक्सीन, मिले दायरा बढ़ाने के संकेत भारत की खबरें
    असम में खराब हुईं कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की 1,000 खुराकें, जांच के आदेश भारत की खबरें

    केंद्र सरकार

    दिल्ली: RML अस्पताल के डॉक्टरों ने कोवैक्सिन पर जताई शंका, कोविशील्ड लगाने की मांग की दिल्ली
    पश्चिम बंगाल: पहले ही दिन धीमा पड़ा को-विन ऐप, वैक्सीनेशन अभियान में आई बाधा पश्चिम बंगाल
    किसान संगठन की याचिका- 'निष्पक्ष' लोगों के साथ नई समिति का गठन करे सुप्रीम कोर्ट दिल्ली
    महाराष्ट्र: कोविन ऐप में तकनीकी खामी के कारण राज्य में दो दिन नहीं होगा वैक्सीनेशन मुंबई

    कोरोना वायरस

    सैफ अली खान की फिल्म 'भूत पुलिस' इस साल 10 सितंबर को होगी रिलीज बॉलीवुड समाचार
    कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में उछाल के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक देश
    कोरोना वायरस: नए स्ट्रेन के खतरे के बीच केरल-महाराष्ट्र में की जा रही सूक्ष्म स्तरीय निगरानी महाराष्ट्र
    कोरोना वायरस: फिर से बढ़ते मामलों के डर से कैसे सख्ती अपना रहे राज्य? कर्नाटक
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025