भारत में सोमवार से शुरू होगा वैक्सीनेशन का दूसरा चरण, जानिए पंजीयन प्रक्रिया और कीमत
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ देश में चल रहा वैक्सीनेशन अभियान आगामी 1 मार्च यानी सोमवार से अहम पड़ाव में पहुंच जाएगा।
इस दिन से देश में वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसमें 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और दूसरी गंभीर बीमारियों के 45 साल से अधिक के मरीजों को खुराक लगाई जाएगी। इस चरण में निजी अस्पतालों को भी शामिल किया गया है।
जानते हैं कि वैक्सीनेशन के लिए क्या रहेगी पंजीयन प्रक्रिया और कीमत।
शुरुआत
देश में 16 जनवरी से हुई थी वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत
बता दें कि देश में गत 16 जनवरी से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' के साथ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गई थी।
पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया था।
देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 1,42,42,547 खुराक लगाई जा चुकी हैं। शुक्रवार को इनमें से 7,69,904 लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी।
पात्र
वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में कौन होगा पात्र?
वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसी तरह 45 से 60 साल के बीच के उन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, जो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं।
इन बीमारियों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, दिल, फेफड़े, यकृत या गुर्दे की बीमारी और स्ट्रोक जैसी बीमारियों के इतिहास वाले लोगों को शामिल किया जाएगा।
इन लोगों को पंजीयन कराने के लिए चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा।
जानकारी
वैक्सीनेशन के लिए कराना होगा पंजीयन
पहले चरण में सरकार के पास स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का डाटा उपलब्ध होने के कारण उन्हें पंजीयन की आवश्यकता नहीं थी, लेकिन दूसरे चरण में वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को कोविन 2.0 (Co-Win 2.0) ऐप पर पंजीयन कराना होगा।
प्रकिया
इस तरह से पंजीयन करा सकेंगे लोग
कोविन ऐप पर में रजिस्टर करने के बाद ऐप में पहले से मौजूद मतदाता सूची और आधार संबंधी डाटा के आधार पर आवेदक की पहचान की जाएगी।
इसमें आवेदक के संबंधित आयु समूह में पाए जाने पर वे आगे की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। आवेदक के डाटा के सरकारी रिकॉर्ड से मेल नहीं खाने पर आगे की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी।
ऐसी स्थिति में आवेदक को किसी नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर खुद को ऐप में रजिस्टर कराना होगा।
पहचान पत्र
पंजीयन कराने के लिए आवश्यक होगा पहचान पत्र
कोविन ऐप पर वैक्सीनेशन के पंजीयन के लिए सरकार ने 12 तरह के पहचान पत्रों को मान्य किया है।
इसमें आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, सांसद/विधायक/MLC को जारी पहचान पत्र, पैन कार्ड, बैंक और डाकघर पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, सरकार और सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी पहचान पत्र और NRC स्मार्ट कार्ड शामिल हैं।
इनमें से किसी एक पहचान पत्र का होना अनिवार्य है।
जानकारी
ऐप में तारीख और स्थान चुनने के भी मिलेगी सुविधा
कोविन ऐप में GPS की सुविधा भी होगी, जिससे लोग अपनी सुविधानुसार तारीख और स्थान चुन सकते हैं। हालांकि, यह इस पर निर्भर करेगा कि किसी वैक्सीनेशन सेंटर में कितने स्लॉट उपलब्ध हैं। इसी तरह नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर का भी पता चल सकेगा।
कीमत
निजी केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने के लिए चुकाने होंगे 250 रुपये
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि आगामी 1 मार्च से देश में 10,000 सरकारी और 20,000 निजी क्षेत्र के केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जाएगी।
सरकारी सेंटर पर मुफ्त वैक्सीन लगाई जाएगी और निजी सेंटर पर वैक्सीन के लिए भुगतान करना होगा।
इसके लिए केंद्र सरकार ने प्रति खुराक 250 रुपये शुल्क निर्धारित किया है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में कोई भी निजी वैक्सीनेशन सेंटर 250 रुपये से ज्यादा नहीं वसूल सकेगा।
सुविधा
पूर्व पंजीकृत लोग केंद्र पर पहुंचकर भी लगवा सकेंगे वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार दूसरे चरण में कोविन ऐप पर पंजीयन कराने के बाद लोग बिना समय निर्धारित किए हुए भी सेंटर पर पहुंचकर वैक्सीन लगवा सकते हैं, लेकिन यह सुविधा वैक्सीन की उपलब्धता पर निर्भर होगी।
इसी तरह पहली खुराक लेने के बाद लाभार्थियों को एक QR कोड आधारित प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
इसके बाद वैक्सीनेशन अधिकारी पहली खुराक का समय पूरा होने पर लाभार्थी को दूसरी खुराक का समय और तारीख SMS के जरिए भेजेंगे।
अन्य सुविधा
दूसरे राज्य में भी लगवाई जा सकेगी वैक्सीन
दूसरे चरण में आवेदक उस राज्य के वैक्सीनेशन सेंटर पर भी जा सकते हैं, जहां की मतदाता सूची में वे शामिल नहीं हैं।
उदाहरण के तौर पर दिल्ली की मतदाता सूची वाला आवेदक यदि मुंबई में रहता है तो वह वहां वैक्सीन लगवा सकता है।
इसी तरह यदि आवेदक यात्रा कर रहे हैं या अन्य जरूरी काम होने पर वैक्सीन की दोनों खुराक अलग-अलग सेंटर्स पर भी लगवा सकते हैं। इसके लिए सेंटर पर वैक्सीन उपलब्ध होनी अनिवार्य होगी।