हेमंत सोरेन 5 महीने बाद जेल से बाहर आए, मामले में कब-क्या हुआ?
क्या है खबर?
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। सोरेन कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में 5 महीने से जेल में बंद थे।
हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सोरेन जेल से बाहर भी आ गए हैं। हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है।
आरोप
सोरेन पर क्या हैं आरोप?
ED के मुताबिक, सोरेन ने 2011 से रांची के बारगैन इलाके में 8.86 एकड़ जमीन पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा कर रखा है। सोरेन ने अपने करीबी सहयोगियों रंजीत सिंह, हिलेरियस कच्छप और राजकुमार के जरिए जमीन पर कब्जा किया।
ED की चार्जशीट के मुताबिक, इस पूरे मामले में राजस्व अधिकारी भानू प्रताप प्रसाद की अहम भूमिका रही, जिन्हें हेमंत और अन्य 2 अधिकारियों के साथ मामले में आरोपी बनाया गया है।
जांच
सोरेन तक कैसे पहुंची जांच की आंच?
ED ने रांची के बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार किया था। उनके आवास से भारी मात्रा में सरकारी दस्तावेज मिले थे।
प्रसाद के फोन में भी कई संदिग्ध दस्तावेज मिले थे, जिसके बाद जांच में सोरेन का नाम आया था।
8 अगस्त, 2023 को इस मामले में सोरेन को पूछताछ के लिए पहला समन जारी किया गया था। हालांकि, वे ED के सामने उपस्थित नहीं हुए थे।
समन
8वें समन पर पूछताछ को तैयार हुए सोरेन
ED ने अगस्त, 2023 से जनवरी, 2024 तक सोरेन को 7 बार समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वे नहीं आए।
16 जनवरी, 2024 को ED ने सोरेन को 8वां समन जारी किया, जिसके बाद 20 जनवरी को पहली बार सोरेन ने बयान दर्ज करवाए।
23 जनवरी को ED ने फिर समन जारी कर सोरेन से 27 से 30 जनवरी के बीच किसी भी दिन पूछताछ के लिए मौजूद रहने को कहा।
लापता
जब 'लापता' हो गए थे सोरेन
सोरेन 27 जनवरी को चार्टड प्लेन से रांची से दिल्ली आए थे, लेकिन उसके बाद गायब हो गए थे। उनका प्लेन दिल्ली हवाई अड्डे पर ही खड़ा हुआ था।
29 जनवरी को ED ने सोरेन के दिल्ली आवास पर छानबीन की थी। यहां से 36 लाख रुपये, कुछ दस्तावेज और एक लग्जरी कार बरामद हुई थी।
30 जनवरी को लगभग 36 घंटे बाद सोरेन को रांची में उनके आवास पर देखा गया।
गिरफ्तारी
31 जनवरी को हुई सोरेन की गिरफ्तारी
31 जनवरी को सोरेन को ED ने अपनी हिरासत में लिया और लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और 2 फरवरी को चंपई सोरेन नए मुख्यमंत्री चुने गए।
4 फरवरी को सोरेन ने जमानत के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाई कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बावजूद फैसला नहीं सुनाया।
आखिरकार 3 मई को हाई कोर्ट ने सोरेन की जमानत याचिका खारिज कर दी।
सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट भी गए सोरेन
हाई कोर्ट से जमानत नहीं मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट में सोरेन की याचिका पर नए सिरे से सुनवाई हुई। 22 मई को कोर्ट ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सोरेन को प्रचार के लिए अंतरिम जमानत देने से मना कर दिया।
27 मई को सोरेन ने फिर से हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिस पर 13 जून को सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया और आज (28 जून) को सोरेन को जमानत मिली।