#NewsBytesExplainer: इब्राहिम रईसी की मौत से कितने बदलेंगे मध्य-पूर्व में समीकरण, भारत पर क्या असर?
क्या है खबर?
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। उनके साथ विदेश मंत्री समेत 9 लोगों के मारे जाने की खबर है।
रईसी की मौत ऐसे वक्त हुई है, जब मध्य-पूर्व पहले से ही तनाव के दौर में हैं। माना जा रहा है कि रईसी के निधन का असर इजरायल के साथ ईरान के रिश्तों और तमाम मध्य-पूर्व में पड़ सकता है।
आइए जानते हैं इस घटना से मध्य-पूर्व में कितनी हलचल हो सकती है।
इजरायल
इजरायल के साथ क्या बदलेंगे संबंध?
ईरान, इजरायल का खुला दुश्मन है। गाजा युद्ध को लेकर इजरायल की सबसे मुखर आलोचना ईरान ने ही की है। ईरानी दूतावास पर हमले में मौतों के बाद ईरान ने इजरायल पर सीधा हमला भी किया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल से संबंध पहले की तरह ही रहेंगे।
रीचमैन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर मीर जावेदनफर ने द जेरुसलम पोस्ट से कहा, "इस घटना का शासन परिवर्तन पर असर नहीं के बराबर है और घरेलू प्रभाव ज्यादा होगा।"
विशेषज्ञ
इजरायल के साथ संबंधों पर विशेषज्ञों का क्या कहना है?
द जेरुसलम पोस्ट से बात करते हुए इजरायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मेजर जनरल याकोव अमिड्रोर ने कहा, "अंतत: देश की नीतियां निर्धारित करने वाले सभी फैसले सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई लेते हैं। रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन की जगह लेने वाले लोग अलग-अलग भाषा का उपयोग करेंगे, लेकिन अंत में निर्णय लेने की प्रक्रिया राष्ट्रपति द्वारा नहीं की जाती है और न ही विदेश मंत्री द्वारा।"
अमेरिका
अमेरिका के साथ कैसे हैं ईरान के रिश्ते?
पिछले कुछ सालों में परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका-ईरान के संबंधों में महत्वपूर्ण बदलाव देखे गए हैं। 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर एक समझौते से पीछे हट गए थे और दोबारा प्रतिबंध लगा दिए थे, जिसके बाद ईरान ने परमाणु समझौते की सीमाओं का उल्लंघन किया है।
रईसी का अमेरिका के प्रति बेहद सख्त रुख था और वे अमेरिका को दुश्मन कहकर संबोधित कर चुके थे।
ईरान
अमेरिका-ईरान रिश्तों पर क्या असर होगा?
अमेरिका की ओर से अभी तक रईसी की मौत पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इजरायल के साथ मजबूत संबंधों के बावजूद, अमेरिका ने तनाव को कम करने की कोशिश की है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका के शीर्ष अधिकारी मध्य-पूर्व में तनाव को लेकर ईरान के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत कर रहे थे। रईसी की मौत से अस्थिरता का खतरा मंडरा रहा है, ऐसे में अमेरिका की कोशिश शांति सुनिश्चित करना हो सकती है।
भारत
भारत के साथ संबंधों में क्या बदलाव आ सकता है?
हाल ही में भारत ने चाबहार बंदरगाह को लेकर ईरान के साथ बेहद अहम समझौता किया है। अमेरिका ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी और प्रतिबंधों की चेतावनी भी दी थी।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रईसी की मौत पर शोक व्यक्त किया है। भारत रईसी की मौत पर तुरंत प्रतिक्रिया देने वाले देशों में से एक है। विशेषज्ञों का मानना है कि रईसी की मौत का असर भारत-ईरान संबंधों पर न के बराबर होने की संभावना है।
तनाव
मध्य-पूर्व में बढे़गा तनाव?
अभी तक हादसे के पीछे मौसम को वजह माना जा रहा है, लेकिन इसमें इजरायली हाथ होने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। अगर घटना में इजराइल का हाथ सामने आता है तो मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है।
गाजा और यूक्रेन युद्ध के अलावा एक तीसरे मोर्चे पर भी युद्ध शुरू हो सकता है, जिसका असर पूरी दुनिया पर पड़ना निश्चित है। ईंधन से लेकर कई चीजों के दाम बढ़ सकते हैं।