जमीन घोटाला: झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन को 7वीं बार समन जारी, ED ने दिया आखिरी मौका
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 7वीं बार समन जारी किया है। खबर है कि जांच एजेंसी ने कथित जमीन घोटाले से जुड़े मामले में सोरेन को 7 दिन के भीतर अपना बयान दर्ज कराने को कहा है। ED ने सोरेन से कहा है कि वह ऐसी जगह और समय बताएं, जो दोनों के लिए उपयुक्त हो और जगह से संबंधित सूचना 2 दिन के भीतर लिखित रूप से दें।
क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ED झारखंड की राजधानी रांची में भारतीय सेना की भूमि की बिक्री समेत कई अन्य मामलों की जांच कर रही है। रांची में जुलाई, 2020 से लेकर जुलाई, 2022 के बीच उपायुक्त रहते हुए IAS छवि रंजन ने नियमों के विपरीत कई भूमि सौदे किये थे। मामले में रांची के पूर्व उपायुक्त रंजन और कोलकाता के कारोबारी विष्णु अग्रवाल सहित 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब मुख्यमंत्री सोरेन जांच एजेंसी के राडार पर हैं।
मुख्यमंत्री सोरेन ने ED के 6 समन को किया है नजरअंदाज
कथित जमीन घोटाले में ED मुख्यमंत्री सोरेन को 6 बार समन जारी कर चुकी है, लेकिन वह पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। ED ने पहली बार 14 अगस्त को मामले में समन भेजकर सोरेन का पूछताछ के लिए कार्यालय में बुलाया था। इसके बाद 24 अगस्त को दूसरा, 9 सितंबर को तीसरा, 23 सितंबर को चौथा, 4 अक्टूबर को पांचवां और 12 अक्टूबर को छठा समन भेजा गया था, जिन सभी को सोरेन ने नजरअंदाज किया है।
जांच एजेंसी ने सोरेन को दिया आखिरी मौका
ED का कहना है कि पूछताछ के लिए पेश नहीं होने को सोरेन ने जो कारण बताए हैं, वे निराधार हैं। उसने कहा कि घोटाले में उनके पूछताछ के लिए हाजिर नहीं होने से मामले की जांच में अड़चनें आ रही हैं। अब जांच एजेंसी ने सोरेन को बयान दर्ज कराने का आखिरी मौका दिया है। अगर अब भी सोरेन आनाकानी करते हैं तो एजेंसी कोर्ट से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर गिरफ्तारी की अपील कर सकती है।
भू-मफिया और अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों से बेची जमीन
ED के अनुसार, कथित जमीन घोटाले में कई फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना के कब्जे वाली लगभग 5 एकड़ जमीन को बेचा गया था। 13 अप्रैल को मामले में पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में स्थित करीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान ED को जमीन घोटाले से जुड़े काफी दस्तावेज मिले हैं। इन दस्तावेजों से पता चला है कि कैसे भू-माफिया और अन्य लोगों की मदद से अधिकारियों ने जमीन बेची थी।
अवैध खनन मामले भी फंसे हैं सोरेन
ED ने जुलाई, 2022 में अवैध खनन के सिलसिले में झारखंड में छापेमारी की थी। ये छापेमारी मुख्यमंत्री सोरेन के करीबी पकंज मिश्रा के ठिकानों पर हुई थी। ED ने चार्जशीट में कहा है कि छापेमारी के दौरान मिश्रा के घर में एक सीलबंद लिफाफा मिला। इसमें पासबुक, 2 चेक बुक और 2 साइन किए हुए चेक मिले थे, जो सोरेन के नाम पर थे। अब जमीन घोटाले में भी सोरेन और उनके परिवार की संलिप्तता सामने आ रही है।