दिल्ली पहुंचा ओमिक्रॉन वेरिएंट, तंजानिया से लौटे शख्स को पाया गया संक्रमित
कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट दिल्ली पहुंच गया है। यहां तंजानिया से आए एक शख्स को ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। ये शख्स भारत का ही रहने वाला है। एक अनाम अधिकारी ने समाचार एजेंसी PTI को बताया, "राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र को 12 सैंपल भेजे गए थे। इनमें से एक में ओमिक्रॉन वेरिएंट पाया गया है।" मरीज का यात्रा रिकॉर्ड इकट्ठा किया जा रहा है और उसके संपर्क में आए लोगों को ट्रेस किया जा रहा है।
देश में ओमिक्रॉन का कुल पांचवां मामला
ये भारत में सामने आया ओमिक्रॉन वेरिएंट का कुल पांचवां मामला है। देश में सबसे पहले गुरूवार को कर्नाटक में दो लोगों को ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया था। इनमें से एक भारतीय डॉक्टर था, वहीं दूसरा एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक था। शनिवार को महाराष्ट्र और गुजरात में भी एक-एक शख्स को ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया। गुजरात के जामनगर में जिम्बाब्वे से लौटे एक शख्स को और मुंबई में दक्षिण अफ्रीका से लौटे शख्स को संक्रमित पाया गया है।
विदेश से लौटे 12 यात्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट पर पाया गया था संक्रमित
बता दें कि ओमिक्रॉन वेरिएंट सामने आने के बाद विदेश से आ रहे 12 लोगों को दिल्ली एयरपोर्ट पर कोरोना से संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें तंजानिया के अलावा यूनाइटेड किंगडम (UK), नीदरलैंड, फ्रांस और बेल्जियम से लौटे यात्री भी शामिल थे। इन सभी के सैंपल्स को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा था जिसके बाद एक शख्स के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। जिनोम सीक्वेंसिंग में आम तौर पर तीन-चार दिन लगते हैं।
देश में पहले से ही मौजूद हो सकता है ओमिक्रॉन वेरिएंट- विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रॉन केवल विदेशों के जरिए भारत में नहीं आ रहा, बल्कि पहले से ही देश में मौजूद हो सकता है। हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्युलर बायोलॉजी (CCMB) के प्रमुख डॉ राकेश मिश्रा ने कहा कि बिना अंतरराष्ट्रीय यात्रा के इतिहास वाले शख्स का ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया जाना दिखाता है कि ये वेरिएंट पहले से ही देश में फैल रहा है। उनका इशारा बेंगलुरू में संक्रमित पाए गए डॉक्टर की तरफ था।
क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
दो दर्जन से अधिक देशों में पहुंच चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं।
भारत ने भी लागू किए यात्रा प्रतिबंध
यात्रा प्रतिबंध लागू करने वाले देशों में भारत भी शामिल है और उसने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इनमें अधिक जोखिम वाले 56 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए पहुंचने पर कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया है। अगर इन यात्रियों की रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो भी उन्हें सात दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा और आठवें दिन दोबारा टेस्ट कराना होगा। बाकी देशों से आने वाले पांच प्रतिशत यात्रियों की भी रैंडम टेस्टिंग होगी।