दिल्ली: पाबंदी के बावजूद जमकर चले पटाखे, सांस लेने लायक नहीं रही हवा
क्या है खबर?
राजधानी दिल्ली में दिवाली पर प्रतिबंध के बावजूद जमकर पटाखे चले और अगली सुबह हवा सांस लेने के लायक नहीं रही।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के अनुसार, गुरुवार रात से ही दिल्ली की हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढ़ने लगी थी।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के आसपास गुरुवार रात हवा में PM2.5 का स्तर 389 µg/m3 था, जो शुक्रवार रात 1 बजे बढ़कर 1,553 µg/m3 हो गया। यह 60 µg/m3 के सुरक्षित स्तर से लगभग 26 गुना अधिक था।
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PM10 का स्तर भी तेजी से बढ़ा
PM2.5 की तरह ही PM10 का स्तर भी तेजी से बढ़ा। जवाहलाल नेहरू स्टेडियम मॉनिटरिंग स्टेशन पर यह गुरुवार रात 8 बजे 519 µg/m3 था, जो रात को 1 बजे बढ़कर 1,643 µg/m3 हो गया। हवा में PM10 के 100 µg/m3 से अधिक स्तर को खतरनाक माना जाता है।
इसी तरह हवा में सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड के स्तर में दिवाली से पहले की तुलना में दिवाली के बाद कई गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई।
ट्विटर पोस्ट
दिल्ली की हवा में फैला 'जहर'
Thick smog covers #Delhi sky, visibility reduced; overall air quality in 'very poor' category pic.twitter.com/myx0Jhmqlt
— ANI (@ANI) November 5, 2021
हवा की गुणवत्ता
ज्यादातर जगहों पर AQI 460 से ऊपर
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, शुक्रवार सुबह 10 बजे दिल्ली के कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' दर्ज की गई।
जवाहलाल नेहरू स्टेडियम मॉनिटरिंग स्टेशन पर AQI 470, जहांगीरपुरी स्टेशन पर 487, लोधी रोड पर 464 और अशोक विहार पर 469 था। 401 से 500 के बीच AQI को बेहद खराब माना जाता है और यह स्वस्थ लोगों को प्रभावित कर सकता है और बीमार लोगों पर और भी बुरा असर डालता है।
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आज भी गुणवत्ता सुधरने की उम्मीद नहीं
हवा की गुणवत्ता को लेकर अनुमान लगाने वाले वैज्ञानिकों ने पहले ही कहा था कि अगर 2019 की तुलना में इस बार आधे पटाखे जलेंगे, तब भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो जाएगी।
गुरुवार को हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में उच्चमत स्तर पर पहुंच चुकी थी। एयर क्वालिटी वार्निंग सिस्टम के अनुसार, 6 और 7 नवंबर से पहले हवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद नहीं है।
जानकारी
बिछने लगी है फॉग की चादर
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार को दिल्ली में फॉग की चादर देखी गई। इसके चलते सफदरजंग और पालम एयरपोर्ट समेत कई दूसरी जगहों पर दृश्यता कम होकर 200 से 500 मीटर तक रह गई थी।
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प्रतिबंधों के बावजूद चले पटाखे
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खतरे को देखते हुए दिवाली के मौके पर पटाखों की बिक्री, भंडारण और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था। पिछले साल भी ऐसी ही रोक लगाई थी।
इसके अलावा हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली के पास लगते 14 जिलों में पटाखों पर पाबंदी लगाई थी, लेकिन इसके बावजूद बाजारों में पटाखे धड़ल्ले से बिक रहे थे और लोगों ने भी जमकर आतिशबाजी की।
हालांकि, कई जगहों पर पुलिस ने पटाखे बरामद किए थे।