ओमिक्रॉन: भारत ने अफ्रीकी देशों के साथ व्यक्त की एकजुटता, कहा- हरसंभव मदद को तैयार
भारत ने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का प्रकोप झेल रहे अफ्रीकी देशों को मदद की पेशकश की है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि भारत अफ्रीका को दवाएं, टेस्ट किट्स, ग्लव्स, PPE किट और वेंटिलेटर समेत दूसरे मेडिकल उपकरण भेजने को तैयार है। वहीं वैक्सीन को लेकर मंत्रालय ने कहा कि कोवैक्स कार्यक्रम के जरिये या सीधे अफ्रीकी देशों को इनकी आपूर्ति की जा सकती है। बता दें, अफ्रीका में नया ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से फैल रहा है।
भारत ने व्यक्त की एकजुटता
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ''हमने कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के सामने आने पर ध्यान दिया है। हम उन देशों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं, खासकर अफ्रीका में, जो अब तक इस वेरिएंट से प्रभावित हुए हैं। बयान में आगे कहा गया है कि भारत सरकार ओमिक्रॉन वेरिएंट से निपटने में अफ्रीका में प्रभावित देशों की मदद करने को तैयार है, जिसमें भारत में बनी वैक्सीन की आपूर्ति भी शामिल है।
वैक्सीन आपूर्ति को तैयार है भारत
विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत सरकार ने मलावी, इथियोपिया, जाम्बिया, मोजाम्बिक, गिनी और लेसोथो जैसे अफ्रीकी देशों सहित कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कोवैक्स द्वारा अब तक दिए गए सभी आदेशों को मंजूरी दे दी है। अगर कोई नई आवश्यकता को कोवैक्स या सीधे तौर पर रखा जाता है तो उस पर भी तेजी से विचार किया जाएगा। सरकार ने बोत्सवाना को भारतीय वैक्सीन कोवैक्सिन भेजने की अनुमति भी दे दी है।
जीनोम सर्विलांस में सहयोग को तैयार भारतीय संस्थान
विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारतीय संस्थान अफ्रीकी समकक्षों के साथ जीनोम सर्विलांस और वायरस के लक्षणों को लेकर शोध में सहयोग करने पर सकारात्मक रूप से विचार करेंगे। जानकारी के अनुसार, भारत ने अब तक 41 अफ्रीकी देशों को 2.5 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की है। इसमें से एक करोड़ 16 देशों को दान के तौर पर भेजी गई थी, जबकि बाकी खुराकें कोवैक्स कार्यक्रम के तहत 33 देशों को भेजी गई हैं।
क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना समेत 15 देशों में मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं
WHO ने ओमिक्रॉन वेरिएंट को बताया बहुत बड़ा खतरा
WHO ने ओमिक्रॉन को लेकर चेतावनी जारी की है। संगठन ने कहा कि इस वेरिएंट से वैश्विक स्तर पर बहुत अधिक खतरा है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। WHO ने लिखा है, "अगर ओमिक्रॉन के कारण कोविड-19 की एक और लहर आती है तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हालांकि अभी तक ओमिक्रॉन से किसी की मौत नहीं हुई है।" शुरुआती सबूत संकेत देते हैं कि ओमिक्रॉन से पुनः संक्रमण का खतरा ज्यादा है