ओमिक्रॉन वेरिएंट: केंद्र सरकार ने राज्यों को हॉटस्पॉट्स की मॉनिटरिंग और टेस्टिंग बढ़ाने को कहा
कोरोना वायरस के 32 म्यूटेंट वाले ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर सभी देशों की चिंताएं बढ़ी हुई है। ऐसे में सभी देशों ने ऐहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों से टेस्टिंग बढ़ाने और हॉटस्पॉट इलाकों की कड़ी निगरानी रखने सहित अन्य आवश्यक दिशानिर्देश दिए हैं। इसके अलावा सरकार ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले रखने वाले सभी देशों को जोखिम' वाले देशों की श्रेणी में रखा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को दी गहन निगरानी की सलाह
NDTV के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय की आरे से रविवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा गया है, "यह जरूरी है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट पर प्रभावी ढंग से काबू पाने के लिए गहन नियंत्रण, सक्रिय निगरानी, वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाना और कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए।" इसी तरह मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों के पिछले यात्रा विवरण का पता लगाने को भी कहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी टेस्ट की संख्या बढ़ाने की सलाह
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लिखा कि इस म्यूटेंट वेरिएंट से संक्रमण में होने वाले संभावित इजाफे को रोकने के लिए टेस्ट की संख्या बढ़ाना आवश्यक है। यह देखा गया है कि कुछ राज्यों में कुल टेस्ट की संख्या के साथ-साथ RT-PCR टेस्ट के अनुपात में गिरावट आई है। पर्याप्त टेस्ट के अभाव में संक्रमण को फैलने से रोकना बहुत मुश्किल है। इसी तरह हॉटस्पॉट या उन क्षेत्रों की लगातार निगरानी होनी चाहिए जहां हाल ही में मामलों में उछाल आया है।
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएं संक्रमितों की सैंपल- स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि नए वेरिएंट के असर का पता लगाने के लिए संक्रमित मिलने वाले लोगों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी आवश्यक रूप से भेजा जाना चाहिए। इससे वास्तविक संक्रमितों का पता चल सकेगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि राज्यों को स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित करनी चाहिए। इससे संक्रमितों का समय पर उपचार शुरू किया जा सके। इसी तरह राज्यों को केंद्र सरकार से मिलने वाली वित्तीय सहायता का भी बेहतर तरीके से उपयोग करने पर ध्यान देना चाहिए। इसी तरह राज्यों को लोगों में वेरिएंट को लेकर किसी भी तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए भी सख्त कदम उठाने चाहिए।
ओमिक्रॉन वेरिएंट की स्पाइक प्रोटीन में हैं 32 म्यूटेशन
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना सहित आठ देशों मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। इसमें P681H और N679K जैसे म्यूटेशन भी हुए हैं जो अल्फा और गामा जैसे वेरिएंट में पाए जा चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंटों की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इस वेरिएंट के अब तक 100 से अधिक मामले आ चुके हैं।
कई देशों ने लागू किए हैं यात्रा प्रतिबंध
ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए कई देशों ने प्रभावित देशों की उड़ानों पर रोक लगाई है। इनमें यूनाइटेड किंगडम (UK), जर्मनी, इटली, फ्रांस, क्रोएशिया प्रमुख है। इसी तरह भारत में मुंबई की बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने अफ्रीका से आने वाले सभी यात्रियों को क्वारंटाइन करने का फैसला किया है तो गुजरात सरकार ने प्रभावित देशों से आने वालों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य किया है। अन्य राज्यों ने भी सख्ती बरती है।