भारत में सामने आया 'ओमिक्रॉन' का चौथा मामला, दक्षिण अफ्रीका से मुंबई लौटा शख्स संक्रमित
भारत में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार का खतरा बढ़ता जा रहा है। कर्नाटक में इसके दो मामलों की पुष्टि होने के बाद शनिवार को गुजरात और महाराष्ट्र में भी इसके दो मामले सामने आ गए हैं। गुजरात के जामनगर में जिम्बाब्वे से लौटे एक शख्स और महाराष्ट्र के मुंबई में दक्षिण से लौटे व्यक्ति के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके बाद दोनों संक्रमितों को क्वारंटाइन कर उनके संपर्कों का पता लगाया जा रहा है।
जीनोम सीक्वेंसिंग से हुई संक्रमण की पुष्टि
इंडिया टुडे के अनुसार, संक्रमित निकला शख्स दो दिन पहले ही जिम्बाब्वे से से दुबई के रास्ते जामनगर लौटा था।अहमदाबाद हवाई अड्डे पर जांच में उसके कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उसे क्वारंटाइन कर सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पुणे की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलोजी की लैब भेजा गया था। शनिवार को उसका ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होना पाया गया है। बता दें कि यह भारत में इस वेरिएंट से संक्रमण का तीसरा मामला है।
संक्रमित में संपर्क में रहे लोगों की भी कराई जाएगी जांच- शिवहरे
गुजरात के चिकित्सा आयुक्त जय प्रकाश शिवहरे ने बताया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मिले व्यक्ति की उम्र 72 साल है। वह गुरुवार को ही जिम्बाब्वे से जामनगर लौटा था। उसकी जीजी अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि उड़ान और हवाई अड्डे पर उसके संपर्क में आए सभी लोगों की पहचान की जा रही है। इसके बाद उन सभी का भी RT-PCR टेस्ट किया जाएगा और संक्रमित मिलने पर जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाएगी।
दुबई और दिल्ली के रास्ते मुंबई लौटा था संक्रमित
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि मुंबई से सटे कल्याण-डोंबिवली इलाके में 33 वर्षीय युवक को ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है। वह 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन से दुबई होते हुए दिल्ली आया था। उसके बाद वह दिल्ली से उड़ान भरकर मुंबई पहुंचा था। उन्होंने बताया जांच में उसके संक्रमण की पुष्टि होने पर उसके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। शनिवार को उसे ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है।
मुंबई में कोरोना संक्रमित मिले सात विदेशियों की रिपोर्ट निगेटिव
बता दें कि पिछले चार दिनों में बेहद गंभीर और गंभीर श्रेणी में शामिल देशों से 485 लोग मुंबई पहुंचे हैं। इन सभी की हवाई अड्डे पर RT-PCR टेस्ट किया गया था। जिसमें नौ लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इसके बाद सभी संक्रमितों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए कस्तूरबा अस्पताल भेजे गए थे। जांच में सात लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट नहीं मिला है, जबकि एक संक्रमित मिला है। एक की रिपोर्ट आनी बाकी है।
कर्नाटक में दो लोगों में हो चुकी संक्रमण की पुष्टि
बता दें कर्नाटक में गुरुवार को ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें एक 46 वर्षीय डॉक्टर है और उसका कोई यात्रा इतिहास भी नहीं रहा है। दूसरा संक्रमित 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है। वह 20 नंवबर को निगेटिव रिपोर्ट के साथ भारत आया था और 27 नवंबर को UAE लौट चुका है। दोनों मामलों के संपर्कों का पता लगाकर उन्हें भी क्वारंटाइन कर दिया है और उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना समेत 30 देशों में मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' बताया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं।