क्या हैं ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण के लक्षण?
कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट ने महामारी से जल्द बाहर निकलने की दुनिया की योजना पर ब्रेक लगा दिया है और वैज्ञानिक इस कोशिश में लगे हुए हैं कि इसे कैसे रोका जाए। माना जा रहा है कि ये वेरिएंट अब तक का सबसे अधिक वेरिएंट हो सकता है, हालांकि इसके हल्के लक्षणोें ने उम्मीद की एक किरण भी दी है। चलिए फिर आज ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षणों के बारे में ही जानते हैं।
सबसे पहले जानें क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना समेत कई देशों में मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं
ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षण क्या-क्या हैं?
ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने पर व्यक्ति को अत्यधिक थकान का सामना करना पड़ता है। यह लक्षण किसी एक समूह तक सीमित नहीं है और युवाओं में भी ये लक्षण देखा गया है। ओमिक्रॉन से संक्रमण पर शरीर और सिर में दर्द भी होता है। इसके अलावा मरीज संक्रमित कभी-कभी गले में खराफ और कफ की शिकायत भी करते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, ओमिक्रॉन के ज्यादातर मरीज बिना अस्पताल जाए ठीक हो जाते हैं।
डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले कैसे हैं ओमिक्रॉन से संक्रमण के लक्षण?
ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण के लक्षण डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले बेहद हल्के हैं जो अब तक का सबसे अधिक संक्रामक और खतरनाक वेरिएंट रहा है। डेल्टा वेरिएंट से संक्रमण पर आम तौर पर पल्स रेट में वृद्धि, ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट और स्वाद जाने जैसे लक्षण देखे जाते हैं, लेकिन अभी तक के मामलों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण इन तीनों में से ही कोई भी लक्षण नहीं देखा गया है।
वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स का लक्षणों पर क्या कहना है?
ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर सरकार को अलर्ट करने वाली दक्षिण अफ्रीका चिकित्सा संघ की अध्यक्ष डॉ एंजेलिक कोएत्जी ने कहा कि जब उनके पास मरीज आने लगे तो उन्होंने पाया कि उनके लक्षण हल्के हैं और इससे ही उन्होंने नए वेरिएंट की उपस्थिति का अंदाजा लगाया। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता ये चला जाएगा, लेकिन ये हल्की बीमारी होगी।" दक्षिण अफ्रीकी सरकार के सलाहकार वैज्ञानिकों ने भी कहा कि ओमिक्रॉन अधिक संक्रामक प्रतीत होता है, लेकिन इसके मामले हल्के हैं।
क्या ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रभावी होंगी मौजूदा वैक्सीनें और दवाएं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि मौजूदा वैक्सीनें ओमिक्रॉन के खिलाफ कितनी प्रभावी हैं, इसकी जांच की जा रही है। उसने कहा कि वैक्सीनें अभी तक के सभी वेरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी पाई गई हैं। उपचार के बारे में WHO ने कहा है कि कोर्टिकोस्टेरॉयड और IL6 रिसेप्टर ब्लॉकर्स आदि ओमिक्रॉन पर भी प्रभावी होंगे और अन्य दवाओं की समीक्षा की जाएगी। वहीं RT-PCR टेस्ट अन्य वेरिएंट्स की तरह ओमिक्रॉन को भी प्रभावी तरीके से पकड़ सकता है।