LAC पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाए जाने पर भड़का चीन, बोला- इससे कम नहीं होगा तनाव
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत ने सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का फैसला लिया है। चीन ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। चीन ने कहा है कि LAC पर ज्यादा भारतीय सैनिकों की तैनाती दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए सही नहीं है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि चीन सीमावर्ती इलाकों में तनाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्या बोला चीन?
माओ निंग ने कहा, "भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में सैन्य तैनाती बढ़ाने से स्थिति को कम करने या शांति और सुरक्षा बनाए रखने में मदद नहीं मिलेगी। हम भारत के साथ मिलकर सीमा और उसके आसपास के क्षेत्रों में शांति और स्थिरता के लिए काम करने को तैयार हैं।" निंग ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा, "हालांकि, LAC को लेकर भारत के कदम शांति स्थापित करने के पक्ष में नहीं हैं।"
भारत ने LAC पर बढ़ाई सैन्य तैनाती
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, भारत ने पश्चिमी सीमा पर तैनात 10,000 सैनिकों को चीन सीमा पर तैनात किया है। इसके अलावा सीमा पर पहले से तैनात 9,000 सैनिकों का एक मौजूदा समूह अब नए स्थापित लड़ाकू कमान का हिस्सा होगा। यह एकीकृत बल चीन के तिब्बत क्षेत्र को भारत के उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से अलग करने वाली 532 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होगा। हालांकि, भारतीय सेना की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
चीन ने कहा था- LAC पर स्थिति सामान्य
कुछ दिन पहले ही चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि LAC पर भारत के साथ फिलहाल स्थिति सामान्य है। 19 फरवरी को दोनों देशों के बीच 21वें राउंड की कमांडर स्तरीय बैठक हुई थी। चीन ने कहा था कि दोनों देशों ने LAC को लेकर एक-दूसरे की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए हल निकालने पर सहमति जताई। हालांकि, भारत ने कहा था कि चीन ने कुछ मांगों को ठुकरा दिया है।
राजनाथ सिंह और एस जयशंकर ने दिए थे बयान
जापान दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "1975 से 2020 तक सीमा पर शांति थी। 2020 में सब बदल गया। जब पड़ोसी लिखित समझौतों का उल्लंघन करे तो ये चिंता की बात है।" दूसरी ओर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था, "अगर भारत पर समुद्र (जल), धरती (थल) या आसमान (नभ) के रास्ते हमला होता है तो हम मुंहतोड़ जवाब देने की स्थिति में हैं।"
गलवान झड़प के बाद तनावपूर्ण हैं भारत-चीन संबंध
चीनी और भारतीय सेना के बीच गलवान घाटी में जून, 2020 में हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इस संघर्ष में चीन के भी 38 सैनिक मारे जाने की बात सामने आई थी। इसके बाद भारत ने 2021 में 50,000 अतिरिक्त सैनिकों को सीमा पर तैनात किया था। दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर की 21 बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन तनाव लगातार बना हुआ है।