
छोटी कार और बाइक्स हो सकती हैं सस्ती, सरकार बना रही यह योजना
क्या है खबर?
वस्तु एवं सेवा कर (GST) व्यवस्था में प्रस्तावित बदलाव से छोटी कार और दोपहिया वाहन खरीदने वालों को राहत मिलने की संभावना है। सरकार छोटी और बड़ी कारों के लिए टैक्स में अंतर पर विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार, छोटी कारों पर वर्तमान में 28 प्रतिशत GST और 1-3 प्रतिशत उपकर लागू है। नई व्यवस्था में ये 18 प्रतिशत टैक्स दायरे में आ जाएंगी, जबकि लग्जरी कारों और SUVs 40 प्रतिशत विशेष कर श्रेणी में आ सकती हैं।
संकेत
प्रधानमंत्री मोदी ने दिए संकेत
सरकार इस दिवाली तक एक विधेयक पेश करने की योजना बना रही है, जिससे देश में कारों और दोपहिया वाहनों पर GST की दरें कम हो सकती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में इस योजना के संकेत दिए थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, नई व्यवस्था में 2 टैक्स स्लैब- मेरिट और स्टैंडर्ड होंगे। मेरिट श्रेणी में 5 प्रतिशत तक की GST दर वाली वस्तुएं और उत्पाद शामिल होंगे, वहीं, स्टैंडर्ड श्रेणी में 18 प्रतिशत GST लगेगा।
फायदा
क्या होगा इससे फायदा?
केंद्र सरकार के इस कदम से भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के सभी क्षेत्रों को लाभ होने की उम्मीद है। निर्माण और कलपुर्जों की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही 10 लाख रुपये से कम कीमत वाली छोटी कारों की कीमत में कमी आ सकती है। इलेक्ट्रिक कारों पर 5 प्रतिशत दरें जारी रहने और लग्जरी कारों पर बदलाव की संभावना नहीं है। दूसरी तरफ एंट्री-लेवल बाइक्स पर टैक्स 28 से घटाकर 18 फीसदी किया जा सकता है।
प्रस्ताव
परिषद को भेजा प्रस्ताव
सूत्रों के अनुसार, कारों और मोटरसाइकिल पर टैक्स में बदलाव की सिफारिश का प्रस्ताव GST परिषद को भेजा गया है। इस पर सितंबर में होने वाली 2 दिवसीय बैठक में अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। ऑटोमोबाइल क्षेत्र के अलावा कृषि उत्पादों, स्वास्थ्य संबंधी वस्तुओं, हस्तशिल्प और बीमा सेवाओं पर कर में कटौती शामिल होगी। सरकार का मानना है कि इससे इन क्षेत्रों में मांग बढ़ेगी और उपभोग को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।