चीन की सीमा के पास सैन्य अभ्यास करेंगी भारत और अमेरिकी की सेनाएं
क्या है खबर?
भारत और अमेरिका की सेनाएं एकसाथ मिलकर चीन सीमा के पास सैन्य अभ्यास करेंगी।
15 नवंबर से 2 दिसंबर तक चलने वाला यह बटालियन स्तर का सैन्य अभ्यास उत्तराखंड के औली में होगा, जहां से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) महज 100 किलोमीटर की दूरी पर है।
भारत और अमेरिका के बीच हर साल द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास होता है, जिसे 'युद्धाभ्यास' के नाम से जाना जाता है। पिछले साल यह अभ्यास अक्टूबर में अमेरिका के अलास्का में हुआ था।
युद्धाभ्यास
700 सैनिक लेंगे हिस्सा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि दोनों देशों के 350-350 जवान इस अभ्यास में भाग लेंगे और अत्याधिक ठंडे मौसम और पहाड़ों में सर्विलांस समेत कई गतिविधियों का अभ्यास करेंगे।
पहले यह अभ्यास अक्टूबर के आखिरी दो सप्ताह में होना था, लेकिन भारतीय सेना की तरफ से भाग लेने वाली टुकड़ी के व्यस्त रहने के कारण इसे नवंबर-दिसंबर में आयोजित किया जा रहा है।
इस अभ्यास की जगह को लेकर चीन ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
आपत्ति
चीन ने क्या कहा था?
चीन ने इस सैन्य अभ्यास पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि यह द्विपक्षीय सीमा मामले में हस्तक्षेप है और साथ ही दिल्ली और बीजिंग के बीच हुए उस समझौते का उल्लंघन है, जिसमें दोनों देश LAC के पास सैन्य अभ्यास न करने पर सहमत हुए थे।
वहीं भारत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की बात समझ से बाहर है। अमेरिका और भारत के बीच LAC के पास सैन्य अभ्यास एकदम अलग है।
जानकारी
साल के अंत तक कई सैन्य अभ्यासों में हिस्सा लेगा भारत
साल के अंत तक भारतीय रक्षा बल कई सैन्य अभ्यासों में हिस्सा लेंगे। भारतीय नौसेना मालाबार अभ्यास में हिस्सा लेने जापान जाएगी। वहीं ऑस्ट्रेलिया और तीन ASEAN देशों के साथ इंफ्रैंट्री अभ्यास भी निर्धारित हैं।
मालाबार अभ्यास में भारत के साथ जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाएं हिस्सा लेंगी। 8 से 18 नवंबर तक चलने वाले इस अभ्यास में युद्धक पोत, पनडुब्बी, लड़ाकू जहाज और हेलिकॉप्टर शामिल होंगे।
इसे चीन की आक्रमकता का जवाब माना जा रहा है।
जानकारी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होगा अभ्यास
अगले महीने ही भारत और ऑस्ट्रेलिया की सेनाओं के इंफ्रैंट्री कॉम्बैट एक्सराइज होगी। यह 'ऑस्ट्रो-हिंद' इंफैंट्री कॉम्बैट एक्सरसाइज का पहला संस्करण है। इसका आयोजन 28 नवंबर से लेकर 11 दिसंबर तक राजस्थान स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में होगा।
अधिकारियों ने बताया कि यह सेनाओं की रेतीले इलाकों में एक साथ ऑपरेट करने की क्षमताओं में इजाफा करेगा।
इसके बाद महाराष्ट्र में भारत और सिंगापुर की सेनाएं सैन्य अभ्यास करेंगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
LAC पर अभी क्या स्थिति?
LAC पर लंबे समय से जारी तनाव के बीच दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट रही है।
कई दौर की बातचीत के बाद पिछले महीने भारत और चीन के सैनिकों ने विवादित गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स के पेट्रोलिंग पॉइंट-15 से पीछे हटना शुरू कर दिया था।
जुलाई में हुई 16वें दौर की बैठक में दोनों देश गोगरा और हॉट स्प्रिंग से सेनाएं हटाने पर राजी हुए थे। इससे सीमा पर शांति और विश्वास बनाये रखने में मदद मिलेगी।