दिल्ली में G-20 की बैठक में हिस्सा लेंगे चीन के विदेश मंत्री
दिल्ली में आयोजित होने वाली G-20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में चीन के विदेश मंत्री किन गांग भी हिस्सा लेंगे। चीनी सरकार के प्रवक्ता माओ निंग ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, "G-20 को वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रमुख चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। चीन यह सुनिश्चित करने के लिए सभी पक्षों के साथ काम करने के लिए तैयार है कि विदेश मंत्रियों की बैठक बहुपक्षवाद पर एक सकारात्मक संकेत दे।"
1 मार्च से शुरू होगी दो दिवसीय बैठक
भारत की अध्यक्षता में 1 मार्च से G-20 देशों के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक होने जा रही है। इस बार भारत की अध्यक्षता में G-20 सम्मेलन की थीम 'वसुधैव कुटुम्बकम' या "एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य" रखी गई है। इस साल के अंत में G-20 शिखर सम्मेलन से पहले इस दो दिवसीय बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 9 और 10 सितंबर को दिल्ली के प्रगति मैदान में शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
दोनों देशों की भारत-चीन सीमा पर तनाव कम करने की रहेगी कोशिश
भारत-चीन सीमा पर पिछले काफी समय से स्थिति तनावपूर्ण है और जून, 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद द्विपक्षीय संबंध बेहद खराब हो गए थे। भारत कहता रहा है कि जब तक सीमा क्षेत्र में शांति नहीं होगी, तब तक संबंध सामान्य नहीं हो सकते। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देश सामान्य स्थिति पर वापस लौटने और सीमा पर तनाव कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
तीन साल बाद भारत-चीन सीमा पर तनाव कम करने को लेकर हुई पहल
लद्दाख के बाद पिछले साल 9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया था। इन 3 सालों में पहली बार 22 फरवरी को भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव शिल्पक अम्बुले 'वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंस्लटेशन एंड कोऑर्डिनेशन ऑन इंडिया-चाइना बॉर्डर अफेयर' (WMCC) की बैठक में शामिल होने बीजिंग पहुंचे थे। अब चीनी विदेश मंत्री भारत आ रहे हैं।
इन देशों के विदेश मंत्री भी बैठक में होंगे शामिल
दिल्ली में होने वाली G-20 की बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली भी शामिल होंगे। इस बैठक में करीब 40 देशों के प्रतिनिधि और संगठन हिस्सा लेंगे। हालांकि, जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी की इस बैठक में शामिल होने की संभावना कम है क्योंकि उन्हें इस सप्ताह के अंत में 2023 के संसदीय बजट सत्र में शामिल होना है।
इस बैठक में भी यूक्रेन युद्ध का मुद्दा रह सकता है हावी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, G-20 देशों की विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत अपने सहयोगी देशों का ध्यान जलवायु परिवर्तन और विकासशील देशों पर कर्ज जैसे मुद्दों पर केंद्रित रखना चाहता है। जानकारों की मानें तो भारत नहीं चाहता कि बेंगलुरु की तरह इस बैठक में भी यूक्रेन युद्ध का मुद्दा हावी रहे, लेकिन इसके एजेंडे में सबसे ऊपर रहने की आशंका है और अमेरिका जैसे पश्चिमी देश बैठक में यूक्रेन का मुद्दा उठा सकते हैं।
G-20 की मेजबानी पर क्या बोले थे प्रधानमंत्री मोदी?
पिछले साल G-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, "भारत ऐसे समय में G-20 की कमान संभाल रहा है जब दुनिया एक साथ भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक मंदी, बढ़ती खाद्य और ऊर्जा की कीमतों और महामारी के दीर्घकालिक दुष्प्रभावों से जूझ रही है।"