ED ने सरकारी बैंकों को भेजी माल्या, मोदी और चोकसी से जब्त 9,371 करोड़ की संपत्ति
क्या है खबर?
भारत में बैंकिंग घोटालों के मामलों में सरकारी कार्रवाई का बड़ा असर सामने आया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंकों का हजारों करोड़ रुपये डकार कर फरार हुए भगोड़े कारोबारियों मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या की करीब 9,300 करोड़ से अधिक की संपत्ति को कुर्की या जब्ती के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) और केंद्र सरकार को भेज दी है।
ED अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है।
कार्रवाई
ED ने विदेशों से जब्त की 969 करोड़ रुपये की संपत्ति
ED ने बुधवार को बयान जारी कर कहा, "ED ने न केवल धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के मामले में 18,170.02 करोड़ (बैंकों को कुल नुकसान 22,585.83 करोड़ रुपये का 80.45%) रुपये की संपत्ति को जब्त किया है, बल्कि 9,371.17 करोड़ की कीमत वाली संपत्ति को सरकारी बैंकों को ट्रांसफर भी किया है।"
इसी तरह विदेशों से 969 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
जानकारी
'फर्जी संस्थाओं, ट्रस्टों और तीसरे व्यक्तियों के नाम पर मिली संपत्तियां'
ED ने आगे कहा, "ED की जांच से साबित हुआ है कि इन संपत्तियों का बड़ा हिस्सा इन आरोपियों की नकली संस्थाओं, ट्रस्टों, तीसरे व्यक्तियों/रिश्तेदारों के नाम था और ये संस्थाएं इन संपत्तियों को रखने के लिए इन आरोपियों की प्रॉक्सी थीं।"
बयान
DBT द्वारा बेचे गए यूनाइटेड ब्रुअरीज के 5,800 करोड़ के शेयर
मामलों की जांच करने वाले एजेंसी ने कहा कि ED ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को अपने द्वारा संलग्न (6,600 करोड़ रुपये मूल्य) के शेयर हस्तांतरित किए है।
इसी तरह डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल (DBT) ने विजय माल्या की यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड के 5,824.50 करोड़ रुपये के शेयर बुधवार को बेचे हैं।
एजेंसी ने आगे कहा कि यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड के 800 करोड़ रुपये के अन्य शेयरों की 25 जून तक बिक्री होने की उम्मीद है।
जानकारी
"बैंकों ने पूर्व में शेयर बेचकर की 1,300 करोड़ रुपये की वसूली"
ED ने कहा, "PSB ने पूर्व में शेयर बेचकर 1,357 करोड़ की वसूली की थी। इसी प्रकार बैंकों को अब PMLA के प्रावधानों के तहत ED द्वारा जब्त की गई संपत्ति के एक हिस्से की बिक्री के माध्यम से कुल 9,041.5 करोड़ की वसूली होगी।"
तैयारी
संबंधित देशों को भेज जा चुके हैं आरोपियों के प्रत्यर्पण के अनुरोध- ED
ED ने बताया कि तीनों भगोड़े कारोबारियों को वापस भारत लाने के लिए यूनाइटेड किंगडम (UK), एंटीगुआ और बारबुडा सरकार को उनके प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध भेजे दिए गए हैं।
वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था, जिसकी पुष्टि बाद में UK हाई कोर्ट ने की थी।
भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध के अनुसार नीरव मोदी दो साल से अधिक समय से लंदन जेल में बंद हैं। इसी तरह चोकसी डोमिनिका में बंद है।
खुलासा
आरोपियों ने पैसा खाने के लिए किया था फर्जी संस्थाओं का इस्तेमाल- ED
ED ने कहा कि उसने आरोपियों द्वारा किए गए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के असंख्य वेब का पता लगाने और विदेशों में संपत्ति छिपाने के मामलों की गहन जांच की है। जांच में पूरी तरह से साबित हुआ है कि तीनों आरोपियों ने बैंकों का पैसा डकारने के लिए अपने द्वारा नियंत्रित फर्जी संस्थाओं का बारी-बारी से इस्तेमाल किया था।
इसके बाद आरोपियों ने देश में होने वाली कार्रवाई से बचने के लिए विदेशों में जाकर शरण ले ली।
घोटाला
तीनों आरोपियों ने बैंकों से किया कुल 22,500 करोड़ रुपये का घोटाला
तीनों आरोपियों ने पैसों की हेराफेरी कर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ बड़ी धोखाधड़ी की है। इसके चलते बैंकों को कुल 22,585.83 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
माल्या ने कथित तौर पर बैंकों के एक संघ से 9,000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। इसमें उनकी अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस भी शामिल है।
इसी तरह नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का 14,000 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गए।