
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट: इन खिलाड़ियों ने की है सर्वाधिक मैचों में कप्तानी, शीर्ष पर है यह भारतीय
क्या है खबर?
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तानी सिर्फ पद नहीं, बल्कि बड़ी जिम्मेदारी होती है। कई दिग्गज खिलाड़ियों ने सालों तक अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए न सिर्फ शानदार प्रदर्शन किया बल्कि अपने फैसलों से मैच का रुख भी बदला। कुछ कप्तान ऐसे रहे जिन्होंने सबसे ज्यादा मुकाबलों में टीम की कमान संभाली और इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कराया। ऐसे में आइए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा मुकाबलों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ियों पर एक नजर डालते हैं।
#1
महेंद्र सिंह धोनी (332 मुकाबले)
पहले स्थान पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी हैं। उन्होंने साल 2007 में पहली बार टीम की कमान संभाली थी। आखिरी बार वह 2018 में कप्तानी करते नजर आए थे। उन्होंने 332 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में कप्तानी की थी। इस दौरान भारत ने 178 मुकाबले जीते थे। 120 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा था। 6 मुकाबले टाई और 15 ड्रॉ रहे थे। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम का जीत प्रतिशत 53.61 का था।
#2
रिकी पोंटिग (324 मुकाबले)
दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिग हैं। उन्होंने पहली बार 2002 में कंगारू टीम की कमान संभाली थी। आखिरी बार वह 2012 में कप्तान के तौर पर मैदान पर उतरे थे। उन्होंने 324 मुकाबलों में कप्तानी की थी। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया को 220 मैच में जीत मिली थी। 77 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा। 2 मैच टाई और 13 मुकाबले ड्रॉ रहे थे। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत 67.9 का था।
#3
स्टीफन फ्लेमिंग (303 मुकाबले)
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने साल 1997 में पहली बार कीवी टीम की कप्तानी की थी। आखिरी बार वह 2007 में कप्तान के तौर पर नजर आए थे। उन्होंने 303 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में कप्तानी की थी। इस दौरान न्यूजीलैंड को 128 मैच में जीत मिली थी। 135 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा था। 2 मैच टाई और 25 मुकाबले ड्रॉ रहे। टीम का जीत प्रतिशत 42.24 का रहा था।
#4
ग्रीम स्मिथ (286 मुकाबले)
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने साल 2003 में पहली बार टीम की कमान संभाली थी। आखिरी बार वह 2014 में कप्तान के रूप में नजर आए। उन्होंने 286 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में कप्तानी की थी। इस बीच 163 मुकाबलों में टीम को जीत मिली थी। 89 मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा था। 1 मैच टाई और 27 मुकाबले ड्रॉ रहे थे। टीम का जीत प्रतिशत 56.99 का रहा था।