कोरोना महामारी के बीच भारत में सामने आया खतरनाक वायरस 'हर्पीज सिम्प्लेक्स' का पहला मामला
क्या है खबर?
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अभी थमी भी नहीं कि अब एक ओर खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दी है।
हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से कुछ किलोमीटर दूर गाजियाबाद के एक अस्पताल में बेहद खरतनाक वायरस 'हर्पीज सिम्प्लेक्स' के संक्रमण का पहला मामला सामने आया है।
इससे पहले ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस के मामले सामने आए थे। ऐसे में अब हर्पीज सिम्प्लेक्स से संक्रमण के मामले ने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है।
जानकारी
आखिर क्या होता है 'हर्पीज सिम्प्लेक्स' संक्रमण?
हर्पीज संक्रमण हर्पीज सिम्प्लेक्स नाम के वायरस के कारण फैलता है। यह वायरस HSV-1 (ओरल हर्पीज) और HSV-2 (जिनाइटल हर्पीज) दो प्रकार का होता है।
HSV-1 एक ही बर्तन से खाना खाने, होंठ में लगाने वाले बाम को साझा करने, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने आदि से होता है। इसी तरह HSV-2 संक्रमण असुरक्षित यौन संबंध के कारण होता है।
इसके अलावा कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इसका सबसे अधिक खतरा रहता है।
लक्षण
क्या हैं हर्पीज सिम्प्लेक्स के प्रमुख लक्षण?
हर्पीज होने पर बार-बार ब्रेकआउट्स की समस्या हो सकती है, लेकिन यह समस्या समय के साथ-साथ कम हो सकती है। हर्पीज एक यौन संचारित रोग है और इसके संक्रमण से आमतौर पर मुंह या जननांग के आस-पास का क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होता हैं।
हर्पीज में चेहरे पर होंठों के पास या आंख के आसपास छोटे-छोटे पानी भरे छाले जो जाते हैं। इसके अलावा यह जननांग के किसी भाग को भी प्रभावित कर सकता है।
मामला
गाजियाबाद में सामने आया देश का पहला मामला
न्यूज 18 के अनुसार गाजियाबाद के डॉ बीपी त्यागी ने कहा कि भारत में हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस का पहला मामला मरीज की नाक में पाया गया है। इस मरीज का उपचार उनके ही अस्पताल में चल रहा है।
उन्होंने कहा कि यह वायरस बेहद खतरनाक है और यदि इसके इलाज में देरी हुई तो यह कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। इतना ही इस बीमारी का उपचार भी बहुत महंगा और शुरुआती चरण में ही है।
चेतावनी
कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को है अधिक सतर्क रहने की जरूरत- त्यागी
डॉ त्यागी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों की इम्यूनिटी कमजोर हो गई है और ऐसे लोग इस वायरस का आसान शिकार होते हैं। ऐसे में कमजोर इम्यूनिटी वालों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अभी इस वायरस के संक्रमण की पर्याप्त दवाइयां भी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में इस बेहद खतरनाक माना जा रहा है। ऐसे में इससे बचने के लिए लोगों को विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत है।
परेशानी
कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों में सामने आ रही है कई परेशानियां
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों में कई अन्य तरह की परेशानियां सामने आ रही है। कुछ लोगों में गंभीर लक्षण देखे जा रहे हैं, जिसमें सुनने या ब्लड क्लॉटिंग की समस्याएं भी सामने आ रही हैं।
डॉक्टर्स को लगता है कि इस तरह की दुर्लभ दिक्कतों की वजह भारत में मिला कोरोना वायरस का B.1.617.2 (डेल्टा) स्टे्रन है। इस स्ट्रेन के कारण ही दूसरी लहर में सबसे अधिक लोगों की मौत हुई है।