भारत-अमेरिका 2+2 वार्ता: ऑस्टिन बोले- भारत-अमेरिका के सहयोग का दायरा समुद्र से अंतरिक्ष तक
भारत और अमेरिका के बीच मंत्रीस्तरीय 2+2 वार्ता शुरू हो चुकी है। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने विदेशी समकक्षों लॉयड ऑस्टिन और एंटनी ब्लिंकन के साथ चर्चा कर रहे हैं। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि 'रक्षा हमारे द्विपक्षीय संबंधों के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। अमेरिका ने भी वार्ता को महत्वपूर्ण बताते हुए इसे दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए अहम बताया है।
जयशंकर बोले- भारत-अमेरिका मिलकर कर रहे भविष्य का निर्माण
बैठक के दौरान एस जयशंकर ने कहा, "जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा और सितंबर में जो बाइडन की भारत यात्रा ने हमारे संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत की है। आज की बातचीत हमारे संबंधित नेताओं के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का एक अवसर होगी। हम 2+2 वार्ता में रणनीतिक, रक्षा, सुरक्षा संबंधों, प्रौद्योगिकी और आपूर्ति श्रृंखला सहयोग का व्यापक अवलोकन करेंगे। हमारी चर्चा का मुख्य केंद्र हिंद-प्रशांत क्षेत्र होगा।"
भारतीय-अमेरिकी साथ काम करते हैं तो संभवानाएं अनंत- ब्लिंकन
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि हम अर्थव्यवस्थाओं को अधिक लचीला बनाने और अपने समुदायों को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए नवाचार की शक्ति का एक साथ उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "सेमीकंडक्टर और उन्नत जैव प्रौद्योगिकी में सहयोग, स्वच्छ ऊर्जा से जुड़े हमारे निवेश और अंतरिक्ष में हमारे संयुक्त अनुसंधान से दोनों देशों के बीच समावेशी आर्थिक अवसरों को बढ़ावा मिल रहा है। जब भारतीय और अमेरिकी साथ पढ़ते हैं, काम करते हैं तो संभावनाएं अनंत हैं।"
ऑस्टिन बोले- भारत-अमेरिका के सहयोग का दायरा समुद्र से अंतरिक्ष तक
अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है कि दुनिया के 2 सबसे बड़े लोकतंत्र विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे सहयोग का दायरा विशाल है। यह समुद्र से अंतरिक्ष तक फैला है। हमारी साझेदारी की ताकत आम लोगों के बीच संबंध, हमारे राजनयिक संबंध, उद्यमी और छात्र हैं, जो स्वच्छ ऊर्जा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समेत नए क्षेत्रों में हमारी साझेदारी का विस्तार कर रहे हैं।"
क्या बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह?
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों में रक्षा क्षेत्र महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने कहा, "ये चर्चा ऐसे समय में हो रही है, जब भारत और अमेरिका पहले से कहीं अधिक करीब हैं। विभिन्न उभरती भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद हमें महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित रखने की आवश्यकता है। हमारी साझेदारी एक स्वतंत्र, खुले और नियमों से बंधे हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।"
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत-अमेरिका के बीच ये 5वीं 2+2 वार्ता है। दोनों देशों के बीच पहली 2+2 वार्ता 2018 में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौरान हुई थी। रॉयटर्स के मुताबिक, वार्ता के दौरान चीन और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर सबसे ज्यादा फोकस रहेगा। इसके अलावा रक्षा खरीदी को लेकर भी चर्चा होगी। अमेरिका से भारत को लड़ाकू विमान के इंजन और MQ-9 ड्रोन पर भी बात होगी। भारत में विमानों और सेमीकंडक्टर के निर्माण भी चर्चा का विषय रहेंगे।