प्रधानमंत्री मोदी ने की जो बाइडन से बात, कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बातचीत की।
इस दौरान दोनों के सामरिक साझेदारी को आगे बढ़ाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
पिछले महीने जो बाइडन के अमेरिका के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद दोनोें नेताओं के बीच हुई यह पहली बातचीत है।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडन को चुनाव में जीत के लिए बधाई दी।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
जानकारी
मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बात की और उन्होंने सफलता के लिए बधाई दी। हमने क्षेत्रीय मुद्दों और हमारी साझी प्राथमिकताओं पर बातचीत की। हम जलवायु परिवर्तन के प्रति हमारे सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।"
अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा की वे दोनों नियमाधारित व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे परे शांति और सुरक्षा बढ़ाने के प्रति आशान्वित हैं।
भारत-अमेरिका रिश्ते
रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच हो चुकी बातचीत
मोदी और बाइडन के बीच बातचीत से पहले पिछले तीन हफ्तों में दोनों देशों के बीच तीन उच्च स्तरीय बातचीत हो चुकी है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल अमेरिका में अपने समकक्षों क्रमश: एंटनी ब्लिंकन, लॉयल ऑस्टिन और जेक सुविलान से बात कर चुके हैं।
याद दिला दें कि जो बाइडन ने 20 जनवरी को कार्यभार संभाला था। डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति हैं।
वार्ता
17 नवंबर को भी हुई बाइडन और मोदी की बात
मोदी और बाइडन के बीच आखिरी बार पिछले साल 17 नवंबर को बातचीत हुई थी। तब तक यह साफ हो चुका था कि बाइडन ट्रंप को हराकर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने की तरफ बढ़ रहे हैं।
इस बातचीत के बाद बाइडन-हैरिस ट्रांजिशन टीम की तरफ से जारी बयान में कहा गया था दोनों नेताओं के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने और जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के लिए सहयोग पर चर्चा हुई थी।
भारत-अमेरिका रिश्ते
फिर से बातचीत में शामिल होने लगा जलवायु परिवर्तन का मुद्दा
ट्रंप के कार्यकाल में भारत और अमेरिका के बीच कोरोना वायरस महामारी और हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर सहयोग होता रहा था, लेकिन बाइडन के सत्ता संभालने के बाद दोनों देशों के बीच जलवायु परिवर्तन पर भी बात शुरू हो गई है।
ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए जलवायु परिवर्तन प्राथमिकता में शामिल नहीं था, लेकिन उससे पहले ओबामा प्रशासन ने इसे काफी महत्व दिया था। बाइडन ने भी अमेरिका के पेरिस समझौते में लौटने की बात कही है।