चीन के खिलाफ अब तक की सबसे ज्यादा सेना तैनात, नहीं बदलने देंगे यथास्थिति- जयशंकर
क्या है खबर?
तवांग में भारत-चीन सेना की झड़प के बाद केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष की आलोचनाओं के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन को यथास्थिति नहीं बदलने देगी।
उन्होंने कहा कि इस समय वहां चीन के खिलाफ भारतीय सेना की अब तक की सबसे बड़ी तैनाती है। 2020 से हो रहे चीनी सेना के जमावड़े को देखते हुए यह तैनाती की गई है।
पृष्ठभूमि
तवांग में क्या हुआ था?
इसी महीने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में LAC पर भारत-चीन के सैनिक आमने-सामने आ गए थे, जिसके बाद झड़प हुई थी।
इसमें भारतीय सेना के कुछ जवानों को चोटें आई थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को ज्यादा नुकसान पहुंचाया था।
चीनी सैनिकों के LAC तक आने को इस झड़प का कारण बताया गया था।
झड़प के बाद दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडरों ने एक फ्लैग मीटिंग कर स्थिति संभाली।
बयान
तैनाती को लेकर क्या बोले जयशंकर?
एक कार्यक्रम में बोलते हुए जयशंकर ने कहा, "यह भारत और भारतीय सेना का कर्तव्य और प्रतिबद्धता है कि हम किसी भी देश को और इस मामले में चीन को LAC को एकरफा नहीं बदलने देंगे। आज हमने भारतीय सेना की इतनी तैनाती की हुई है, जो पहले कभी नहीं हुई। यह चीन की तैनाती का जवाब देने के लिए की गई है, जो वह 2020 से कर रहा है।"
बयान
एकतरफा बदलाव को रोकने के लिए सेना तैनात- जयशंकर
विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा, "अगर हम नकारने की स्थिति में होते तो भारतीय सेना वहां कैसे है? सेना इसलिए नहीं गई है क्योंकि राहुल गांधी ने उसे जाने को कहा है। सेना इसलिए गई है क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री ने उसे वहां जाने का आदेश दिया था।"
उन्होंने आगे कहा कि सच्चाई यह है कि सेना इसलिए वहां तैनात है ताकि LAC में एकतरफा बदलाव को रोका जा सके।
बयान
लोकसभा में भी साधा राहुल गांधी पर निशाना
जयशंकर ने राहुल गांधी 'जवानों की पिटाई' वाले बयान को लेकर लोकसभा में उन पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा पिटाई शब्द को जवानों के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। वो अपनी जगह मजबूती से खड़े हैं। उनका सम्मान करना चाहिए, उन्हें पुरस्कृत करना चाहिए और उनकी सराहना होनी चाहिए। यह ठीक नहीं है।
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने भी कड़ा एतराज जताया है और उन्हें कांग्रेस से निकालने की मांग की है।
चिंता
चीन सीमा पर बढ़ा रहा है अपनी मजबूती
तवांग में भारत और चीनी सेना के बीच हुई झड़प के बाद चीन सीमा पर ड्रोन और जेट तैनात कर अपनी मजबूती बढ़ा रहा है।।
हाई रिज्योल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि बीजिंग ने पूर्वोत्तर भारत की तरफ बड़ी संख्या में ड्रोन और फाइटर जेट प्रमुख तिब्बती एयरबेस पर तैनात किये हैं।
अरुणाचल की सीमा से 150 किलोमीटर उत्तर पूर्व में चीन के बांगडा एयरबेस की एक तस्वीर में अत्याधुनिक WZ-7 सोअरिंग ड्रैगन ड्रोन नजर आ रहा है।