
भारतीय महिला प्रोफेसर का पाकिस्तानी दूतावास के कर्मचारियों पर अभद्र व्यवहार का आरोप, जानें पूरा मामला
क्या है खबर?
भारत की एक महिला प्रोफेसर ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास के कर्मचारियों पर उसके साथ अभद्र और आपत्तिजनक व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
पंजाब की रहने वाली इस महिला प्रोफेसर ने इस अभद्र व्यवहार की पाकिस्तान सरकार और उसके विदेश मंत्री से शिकायत भी की थी, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद अब उसने मामले को सार्वजनिक कर दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी मामले की जांच करने की बात कही है।
पृष्ठभूमि
2021 का है मामला, वीजा अपॉइंटमेंट के दौरान हुई घटना
ये पूरा मामला 2021 का है। महिला प्रोफेसर ने इंडिया टुडे को बताया कि उसने लाहौर जाने के लिए पाकिस्तानी दूतावास के साथ एक ऑनवाइन वीजा अपॉइंटमेंट बुक की थी।
जब पाकिस्तानी अधिकारी ने उससे इसका कारण पूछा तो उसने बताया, "मैं स्मारकों की तस्वीरें लेने, उन पर लिखने और एक यूनिवर्सिटी में व्याख्यान देने के लिए लाहौर जाना चाहती हूं।"
इसके बाद जब वह निकलने लगीं तो एक अन्य अधिकारी आ गया और उनसे निजी सवाल पूछने लगा।
आरोप
अधिकारी ने प्रोफेसर से पूछे शादी और यौन इच्छाओं से संंबंधित सवाल
पंजाब की एक यूनिवर्सिटी में विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत महिला प्रोफेसर ने कहा कि दूसरे अधिकारी ने उससे ऐसे निजी सवाल पूछे, जिनसे वह असहज हो गईं।
उन्होंन बताया, "उसने मुझसे पूछा कि मेरी शादी क्यों नहीं हुई है, मैं शादी के बिना कैसे रहती हूं, अपनी यौन इच्छाओं के लिए मैं क्या करती हूं।"
उन्होंने कहा कि उनके टॉपिक बदलने की कोशिश करने के बावजूद अधिकारी उनसे इसी तरह के सवाल पूछता रहा।
बयान
महिला प्रोफेसर का दावा- भारत सरकार के खिलाफ लिखने का प्रस्ताव दिया गया
महिला प्रोफेसर ने यह दावा भी किया कि उससे भारत सरकार के खिलाफ लिखने को कहा गया था और इसके बदले में बड़ी रकम की पेशकश की गई थी। उसने कहा कि उससे यह भी पूछा गया कि क्या वह खालिस्तान का समर्थन करती है।
आरोप
कई जगह शिकायत करने के बाद भी पाकिस्तान ने नहीं की कोई कार्रवाई
प्रोफेसर ने कहा कि वह मामले की पाकिस्तान सरकार के पोर्टल पर शिकायत कर चुकी हैं और पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से भी लिखित शिकायत की थी।
उन्होंने भुट्टो को आरोपी कर्मचारियों के साथ व्हाट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट भी भेजे, लेकिन फिर भी उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
इसी कारण अब उन्होंने मामले को सार्वजनिक कर दिया है। उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी पत्र लिखते हुए मामले को उठाने का अनुरोध किया है।
प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा- दुर्व्यवहार के प्रति जोरी टॉलरेंस
पहले मौन साध कर बैठे पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अब विवाद होने के बाद मामले पर प्रतिक्रिया दी है।
मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा, "हमारे दूतावासों पर आने वाले लोगों के साथ दुर्व्यवहार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस हैं। हम मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन हम इसकी टाइमिंग और जिस तरीके से इसे उठाया गया, उससे हैरान हैं। सभी सार्वजनिक शिकायतों के निवारण के लिए एक मजबूत तंत्र मौजूद है।"