UPSC CSAT में रीजनिंग से आते हैं कई सवाल, ऐसे करें तैयारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के पैटर्न में बदलाव देखा जा रहा है। पिछले साल के प्रश्नपत्रों पर गौर करें तो सामान्य अध्ययन (GS) के पेपर के साथ-साथ सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) में कठिनाई का स्तर बढ़ा है। ऐसे में अब उम्मीदवार CSAT की तैयारी को भी भरपूर समय देने लगे हैं। आइए जानते हैं कि UPSC CSAT के लिए रीजनिंग की तैयारी कैसे करें।
रीजनिंग में क्या-क्या पढ़ें?
रीजनिंग के खंड के तहत डाटा व्याख्या में लाइन ग्राफ, डाटा, संख्यात्मक टेबल, बार ग्राफ, पाई चार्ट और संयोजन चार्ट आदि पूछे जाते हैं। इसके अलावा डाटा पर्याप्तता, विश्लेषणात्मक तर्क, तार्किक विचार, धारणा, अनुमान, निष्कर्ष न्यायवाक्य (कथन एवं निष्कर्ष), तार्किक संयोजकता, रक्त संबंध (पैसेज और सामान्य सवाल), दिशा, दर्पण स्थिति और गैर-मौखिक तर्क से संबंधित सवाल आते है। उम्मीदवारों को वेन आरेख, लापता संख्या, श्रृंखला पूर्णता, कोडिंग-डीकोडिंग और बैठने की व्यवस्था आदि पर आधारित सवालों का अभ्यास भी करना होगा।
कौन-सी किताबों का इस्तेमाल करें?
रीजनिंग के लिए ऐसी किताबों का इस्तेमाल करें, जिनमें प्रश्नों को हल करने के लिए सही अवधारणाओं का प्रयोग हुआ हो। UPSC CSAT के पाठ्यक्रम के अनुरूप ही किताबें खरीदें। अभ्यर्थी दृष्टि की 'तर्कशक्ति', अरिहंत की 'मास्टर रीजनिंग और हाउ टू क्रेक टेस्ट ऑफ रीजनिंग' किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा एस चंद और आर एस अग्रवाल की 'वर्बल और नॉन वर्बल रीजनिंग' और दिशा पब्लिकेशन की 'जनरल मेंटल एबिलिटी एंड लॉजिकल रीजनिंग' किताबें भी पढ़ सकते हैं।
पिछले साल के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें
UPSC CSAT की तैयारी करते समय आपको परीक्षा के पैटर्न के बारे में अच्छी तरह समझना होगा। अभ्यर्थी पिछले साल के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें। इससे परीक्षा में पूछे गए सवालों का पैटर्न समझ आएगा। पिछले सालों का प्रश्नपत्र हल करते समय उन टॉपिकों को लिख लें, जिनसे ज्यादा सवाल दोहराए जा रहे हैं। इन टॉपिकों को अच्छे से पढ़ें। अपनी तैयारी के स्तर को जांचने के लिए मॉक टेस्ट हल करें।
रिवीजन और अभ्यास है जरूरी
रीजनिंग पूरी तरह लॉजिक पर आधारित होती है और इसमें गणित के बुनियादी जोड़-घटाव काम नहीं आते। रीजनिंग के सवालों को हल करने का अलग तरीका होता है, इन तरीकों को अच्छी तरह समझ लें। ज्यादा से ज्यादा सवालों का अभ्यास करें। रीजनिंग के कई कॉन्सेप्ट जल्दी याद नहीं होते, ऐसे में उनका बार-बार रिवीजन करें। परीक्षा में सफल होने के लिए कोडिंग-डिकोडिंग, रक्त संबंध और पैसेज वाले सवालों का ज्यादा अभ्यास करें।