गठिया से राहत दिलाने में सहायक हैं ये 5 जड़ी-बूटियां, जानिए इनसे होने वाले फायदे
क्या है खबर?
गठिया, जोड़ों में दर्द या अर्थराइटिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें इंसान को चलने फिरने में काफी परेशानी होती है। इस स्थिति में घुटनों में सूजन आ जाती है।
कुछ लोगों को गठिया के कारण घुटनों, कोहनी, उंगलियों, कूल्हों और जबड़ों में भी दर्द होने लगता है।
हालांकि, सही खान-पान और कुछ जड़ी-बूटियों की मदद से गठिया में होने वाली परेशानी को कम किया जा सकता है।
आइए आज ऐसे ही पांच जड़ी-बूटियों के बारे में जानते हैं।
#1
एलोवेरा
एलोवेरा में कई चिकित्सीय गुण और स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह त्वचा में होने वाले संक्रमण, सनबर्न के इलाज के साथ-साथ जोड़ों के दर्द में राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है।
इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण गठिया को रोकने में काफी मददगार होते हैं।
आप चाहें तो इसे सीधे त्वचा पर लगा सकते हैं या फिर इसके जूस का सेवन करके गठिया का इलाज कर सकते हैं।
#2
हल्दी
हल्दी सबसे बहुमुखी मसालों में से एक है, जो आसानी से रसोइयों में मिल जाती है और इसका इस्तेमाल कई व्यंजनों में किया जाता है।
इस जड़ी-बूटी में करक्यूमिन की मात्रा अधिक होती है, जिसमें सूजन रोधी गुण होते हैं।
हल्दी का सेवन करने से गठिया, गाउट या मांसपेशियों में दर्द और सूजन को कम करने के लिए किया जा सकता है।
इसके लिए आप चाहें तो इसे खाने में या हल्दी की चाय बनाकर पी सकते हैं।
#3
अदरक
अदरक कई औषधीय गुणों से भी समृ्द्ध होती है और यह खाने में स्वाद लाने के साथ ही अच्छी सुगंध देने में भी मदद करती है।
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, इसलिए इसके इस्तेमाल से गठिया की समस्या से राहत समेत कई तरह के स्वास्थ्य संबंधित लाभ मिल सकते हैं।
आप चाहें तो अदरक से बने इन व्यंजनों का सेवन या अदरक की चाय को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
#4
लहसुन
अदरक की तरह ही लहसुन भी रोजाना खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाता है।
इसमें डायलील डाइसल्फाइड नामक एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक होता है, जो प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स के प्रभाव को कम करता है।
इससे गठिया के दर्द, सूजन, हड्डियों के बीच खिंचाव और मांसपेशियों के नुकसान को रोकने में मदद मिलती है।
आप चाहें तो लहसुन की एक कली को रोजाना सुबह खाली पेट खा सकते हैं या दर्द वाली जगह पर इसका तेल भी लगा सकते हैं।
#5
थाइम
थाइम में विटामिन-K, आयरन, मैंगनीज और कैल्शियम जैसे कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
इसके साथ ही इस जड़ी-बूटी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण भी होते हैं, जो गठिया के दर्द से राहत दिलाने के लिए काफी सहायक हैं।
आप चाहें तो सूखे या ताजे थाइम को खाने में डालकर खा सकते हैं या फिर इसे चाय में डालकर पी सकते हैं।