UPSC: सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा के लिए एग्रीकल्चर साइंस विषय की तैयारी कैसे करें?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा के साथ-साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी करते रहना चाहिए। एग्रीकल्चर साइंस को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनने वाले उम्मीदवार पाएंगे कि यह सिलेबस दिलचस्प है और देश में किसानों के सामने आने वाले मुद्दों से जुड़ा है। अगर आप एग्रीकल्चर साइंस विषय की तैयारी करना चाहते हैं तो हम आपको इससे जुड़ी जरूरी बातें बताएंगे।
एग्रीकल्चर साइंस का सिलेबस क्या है?
UPSC की मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के लिए दो पेपर आयोजित किए जाते हैं। एग्रीकल्चर साइंस चुनने पर पहले पेपर में इकोलोजी, कृषि विज्ञान, खरपतवार विज्ञान, वानिकी, मृदा विज्ञान और पोषक तत्व प्रबंधन, मृदा और जल संरक्षण, कृषि अर्थशास्त्र, कृषि विस्तार से जुड़े टॉपिक से प्रश्न पूछे जाएंगे। वहीं दूसरे पेपर में कोशिका जीव विज्ञान, वनस्पति प्रजनन, बीज उत्पादन, वनस्पति फिजियोलॉजी, बागवानी और लैंडस्केप बागवानी, पौधा संरक्षण तकनीक और खाद्य उत्पादन और पोषण प्रबंधन से प्रश्न पूछे जाएंगे।
एग्रीकल्चर साइंस की तैयारी के लिए मुख्य किताबें कौनसी हैं?
कृषि विज्ञान: येलमांडा रेड्डी द हिंदू से करेंट अफेयर्स: भारतीय कृषि सर्वेक्षण और कृषि के विशेष मुद्दे कृषि विस्तार शिक्षा के मूल सिद्धांत: U बर्मन मृदा विज्ञान: डीके दास या ब्रैडी भारत में कृषि विस्तार शिक्षा: सागर मोंडल पादप प्रजनन: बी.डी. सिंह फिजियोलॉजी: पांडे और सिंहा आनुवंशिकी: बी.डी.सिंह बागवानी का परिचय: कुमार कृषि का विशेष अंक: द हिंदू सर्वे ऑफ इंडियन एग्रीकल्चर: द हिंदू कीट विज्ञान: वसंत राज और डेविड
करंट अफेयर्स की निरंतर तैयारी है जरूरी
UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए करंट अफेयर्स की भी निरंतर तैयारी की आवश्यकता होती है। समसामयिक घटनाओं को सिद्धांतों के साथ समझना और इनका आपसी संबंध जोड़ना आवश्यक है। 'प्रतियोगिता दर्पण' और ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा प्रति माह जारी की जाने वाली 'कुरूक्षेत्र' नाम की पत्रिका का नियमित अध्ययन करना इस विषय की तैयारी में फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा हिंदी और अंग्रेजी भाषा के एक-एक अखबार का नियमित अध्ययन भी उपयोगी हो सकता है।
विषय की गहराई समझने के लिए पुराने प्रश्नपत्रों से तैयारी करना है जरूरी
एग्रीकल्चर साइंस विषय को गहराई को समझने के लिए उम्मीदवार को पिछले तीन वर्षों के प्रश्नपत्रों को पढ़ने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा बाजार में उपलब्ध विभिन्न मॉडल टेस्ट पेपर से भी नियमित रूप से तैयारी करते रहना चाहिए ताकि आपको अपनी कमजोरियों का पता चल सके और आप उस अनुसार पढ़ाई कर सकें। इससे आपको टाइम मैनेजमेंट की समझ आएगी जिससे आप अपना पेपर समय पर पूरा कर सकेंगे।
एग्रीकल्चर साइंस की तैयारी के दौरान काम आएंगी ये टिप्स
एग्रीकल्चर साइंस को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुनने वाले उम्मीदवारों को अपने सिलेबस की अच्छी जानकारी रखने के साथ ही इसकी तैयारी के दौरान डायग्राम, शॉर्ट नोट्स और फ्लोचार्ट बनाने चाहिए इससे उन्हें चीजें लंबे समय तक याद रहेंगी। उम्मीदवारों को कृषि से संबंधित आंकड़ों पर नवीनतम सरकारी आंकड़ों के संपर्क में रहना चाहिए, जिन्हें कृषि मंत्रालय की वेबसाइट और आर्थिक सर्वेक्षण जैसे सरकारी स्रोतों से प्राप्त किया जाना है।
मुख्य परीक्षा में इन वैकल्पिक विषयों का भी कर सकते हैं चयन
अगर आपको एग्रीकल्चर साइंस का सिलेबस देखने के बाद इस विषय में बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं है तो आप इतिहास, भूगोल या लॉ विषय को भी वैक्लिपक विषय के तौर पर चुन सकते हैं। इन विषयों की विवरण भी हमारी वेबसाइट पर मौजूद है।