UPSC: सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में भूगोल विषय की तैयारी कैसे करें?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को अगर परीक्षा में अच्छा स्कोर करना है तो वे वैकल्पिक विषय के रूप भूगोल ले सकते हैं। मुख्य परीक्षा के लिए भूगोल UPSC के लोकप्रिय वैकल्पिक विषयों में से एक है क्योंकि इस विषय के पाठ्यक्रम में सामान्य अध्ययन (GS) पाठ्यक्रम का एक बड़ा भाग होता है। अगर आप इस विषय की तैयारी करना चाहते हैं तो हम आपको इससे जुड़ी बाते बताएंगे।
भूगोल विषय का सिलेबस क्या है?
UPSC की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को बता दें कि मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के लिए दो पेपर आयोजित किए जाते हैं। पहला पेपर प्राकृतिक भूगोल है, जिसमें भूआकृति विज्ञान, जलवायु विज्ञान, समुद्र विज्ञान, जीव भूगोल, पर्यावरणीय भूगोल और मानव भूगोल से प्रश्न पूछे जाएंगे। दूसरे पेपर का नाम भारत का भूगोल है, जिसमें भांतिक विन्यास, संसाधन, कृषि, उद्योग, परिवहन, संचार एवं व्यापार, सांस्कृतिक विन्यास, प्रादेशिक विकास एवं आयोजना, राजनैतिक परिप्रेक्ष्य और समकालीन मुद्दे से प्रश्न पूछे जाएंगे।
NCERT की किताबों से शुरू करें तैयारी
मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए हमेशा ध्यान रखें कि आपकी विषय को लेकर बेसिक समझ अच्छी हो। इसके लिए आप पहले कक्षा 6 से 12 तक की भूगोल से संबंधित सभी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की किताबें पढ़ें। इसके लिए द अर्थ आवर हैबिटेट, आवर एनवायरमेंट, रिसोर्स एंड डेवलप्मेंट, कंटेम्पररी इंडिया भाग 1 और भाग 2, फंडामेंटल्स ऑफ फिजिकल ज्योग्राफी, फिजिकल इंवॉएरमेंट और फंडामेंटल्स ऑफ ह्यूमन जियोग्राफी, इंडिया- पीपल एंड इकोनॉमी जरूर पढ़नी चाहिए।
भूगोल की तैयारी के लिए मुख्य किताबें कौनसी हैं?
मानव भूगोल: माजिद हुसैन भौतिक भूगोल: सविंदर सिंह भारत का भूगोल: माजिद हुसैन या डीआर खुल्लर भौगोलिक मॉडल्स: माजिद हुसैन भौगोलिक चिंतन का इतिहास: माजिद हुसैन राजनीतिक भूगोल: रमेश दश दीक्षित जनसंख्या भूगोल: आरसीचांदना ऑक्सफ़ोर्ड स्टूडेंट एटलस (हिंदी या अंग्रेजी) इन ऊपर बताई गईं किताबों के अलावा आप वर्तमान भौगोलिक घटनाओं, तथ्यों और डाटा के लिए नीति आयोग की विभिन्न रिपोर्ट, संयुक्त राष्ट्र संघ की विभिन्न जनसंख्या और अन्य रिपोर्ट पढ़ सकते हैं।
भूगोल की तैयारी के लिए इन टॉपिक की पढ़ाई जरूर करें
जलवायु-विज्ञान, पर्यावरण-विज्ञान, पारिस्थितिकी और आर्थिक भूगोल आदि टॉपिक का विस्तार से अध्ययन करना चाहिए। इन टॉपिक का अध्ययन प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में लाभ देता है। छात्रों को यह ध्यान रखना चाहिए कि समकालीन मुद्दों के साथ कृषि और औद्योगिक भूगोल पर भी बराबर ध्यान दें। आप कभी भी बिना नक्शे की सहायता के न पढ़ें, स्थानगत तथ्यों के बारे में पढ़ते समय आपको मानचित्रावली (एटलस) देख कर पढ़ना चाहिए।
करंट अफेयर्स की निरंतर तैयारी है जरूरी
UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए पुस्तकों के साथ-साथ करंट अफेयर्स की भी निरंतर तैयारी की आवश्यकता होती है। समसामयिक घटनाओं को सिद्धांतों के साथ समझना और इनका आपसी संबंध जोड़ना आवश्यक है। इसके अलावा योजना, प्रतियोगिता दर्पण में दी गई भौगोलिक रिपोर्ट का भी नियमित अध्ययन किया जाना इस विषय की तैयारी में फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, हिंदी और अंग्रेजी भाषा के एक-एक अखबार का नियमित अध्ययन भी उपयोगी माना जाता है।
पुराने प्रश्नपत्रों से तैयारी करना भी है जरूरी
उम्मीदवारों को मुद्दों की प्रकृति और इस विषय की गहराई को समझने के लिए इस वैकल्पिक विषय के कम से कम पिछले तीन वर्षों के प्रश्नपत्रों को पढ़ने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा बाजार में उपलब्ध विभिन्न मॉडल टेस्ट पेपर से भी नियमित रूप से तैयारी करते रहना चाहिए। इससे आपको यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि आपको वैकल्पिक विषय में कितना और कब तक समय देने की आवश्यकता है।