UPSC: सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा के लिए लॉ विषय की तैयारी कैसे करें?
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा के साथ-साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी करते रहना चाहिए।
जो उम्मीदवार ग्रेजुएशन में लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए लॉ एक बेहतरीन वैकल्पिक विषय हो सकता है क्योंकि उन्हें इसकी अच्छे से तैयारी करने के लिए अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।
अगर आप लॉ विषय की तैयारी करना चाहते हैं तो हम आपको इससे जुड़ी जरूरी बातें बताएंगे।
सिलेबस
लॉ का सिलेबस क्या है?
UPSC की तैयारी से पहले हमें सबसे पहले ये जान लेना चाहिए कि परीक्षा का सिलेबस क्या है।
UPSC की मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के लिए दो पेपर आयोजित किए जाते हैं।
लॉ चुनने पर पहले पेपर में सांविधिक एवं प्रशानिक लॉ और अंतररष्ट्रीय लॉ टॉपिक से प्रश्न पूछे जाएंगे।
दूसरे पेपर में अपराध लॉ, अपकृत्य लॉ, संविदा लॉ और वाणिज्यिक लॉ और समकालीन लॉ विकास टॉपिक से प्रश्न पूछे जाएंगे।
किताब
लॉ की तैयारी के लिए मुख्य किताबें कौनसी हैं?
मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए जरूरी है कि आपकी विषय को लेकर बेसिक समझ अच्छी हो। कानून से जुड़े शब्दों की जानकारी और विभिन्न एक्ट पढ़ने के बाद आप नीचे बताई गईं पुस्तकों को पढ़ें-
अंतरराष्ट्रीय विधि: एसके कपूर
प्रशासनिक विधि: सीके टकवानी
संविदा विधि: अवतार सिंह
भारतीय दंड संहिता (IPC): मुरलीधर चतुर्वेदी
संविदा विधि: आरके बांग्या
हिन्दू लॉ: आरके अग्रवाल
हिन्दू लॉ: पारस दीवान
भारतीय संविधान: आचार्य दुर्गा दास बासु
भारतीय संविधान: सुभाष कश्यप
तैयारी
करंट अफेयर्स की निरंतर तैयारी है जरूरी
UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए करंट अफेयर्स की भी निरंतर तैयारी की आवश्यकता होती है। समसामयिक घटनाओं को सिद्धांतों के साथ समझना और इनका आपसी संबंध जोड़ना आवश्यक है।
'प्रतियोगिता दर्पण' नाम की समसामयिक पत्रिका का नियमित अध्ययन करना इस विषय की तैयारी में फायदेमंद हो सकता है।
इसके अलावा हिंदी और अंग्रेजी भाषा के एक-एक अखबार का नियमित अध्ययन भी उपयोगी हो सकता है।
प्रश्नपत्र
पुराने प्रश्नपत्रों से तैयारी करना भी है जरूरी
उम्मीदवारों को मुद्दों की प्रकृति और विषय को गहराई को समझने के लिए इस वैकल्पिक विषय के कम से कम पिछले तीन वर्षों के प्रश्नपत्रों को पढ़ने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा बाजार में उपलब्ध विभिन्न मॉडल टेस्ट पेपर से भी नियमित रूप से तैयारी करते रहना चाहिए।
इससे आपको यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि आपको वैकल्पिक विषय के पेपर में कितना और कब तक समय देने की आवश्यकता है।
आत्मविश्वास
लॉ की पढ़ाई के लिए आत्मविश्वास जरूरी
लॉ की पढ़ाई करते समय कभी-कभी आपको बोरियत भी हो सकती है, खासकर जब आप कोर्ट के लंबे-लंबे निर्णयों (जजमेंट) को पढ़ रहे हों।
लेकिन इस समय आपको निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपकी एक बार की ये मेहनत आपकी जिंदगी बदल सकती है।
एक बार अगर आपने यह परीक्षा पास कर ली तो आपकी जिंदगी की बहुत सारी परेशानियां खत्म हो जाएंगी। इसलिए विषय चाहे जैसा भी हो, आपको उसे पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ना चाहिए।