UPSC: सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा के लिए इतिहास विषय की तैयारी कैसे करें?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा के वैकल्पिक विषयों की सूची में कुल 48 विषय हैं, जिनमें से एक इतिहास भी है। मुख्य परीक्षा के लिए इतिहास UPSC के लोकप्रिय वैकल्पिक विषयों में से एक है क्योंकि इस विषय के पाठ्यक्रम में सामान्य अध्ययन (GS) का भी एक हिस्सा होता है। अगर आप इस विषय की तैयारी करना चाहते हैं तो हम आपको इससे जुड़ी बातें बताएंगे।
इतिहास विषय का सिलेबस क्या है?
UPSC की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को बता दें कि मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के दो पेपर आयोजित किए जाते हैं। इतिहास चुनने पर मुख्य परीक्षा के पहले पेपर में प्रारंभिक प्राचीन इतिहास से 18वीं शताब्दी तक का इतिहास कवर किया जाता है। वहीं दूसरे पेपर का सिलेबस भारत में यूरोपीय प्रवेश से शुरू होता है और 1990 में सोवियत संघ के विघटन तक के पूरे आधुनिक भारतीय इतिहास को कवर करता है।
NCERT की किताबों से शुरू करें तैयारी
इतिहास की तैयारी के लिए विषय की बेसिक समझ अच्छी होना अनिवार्य है। इसके लिए पहले कक्षा 6 से 12 तक की इतिहास से संबंधित राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की सभी किताबें पढ़ें। इनमें शामिल प्राचीन भारत, भारतीय इतिहास के कुछ विषय भाग: 1, भाग: 2, भाग: 3, भारतीय कला का परिचय और भारत की शिल्प परंपराएं आदि पाठों को जरूर पढ़ें। इसके अलावा 'आधुनिक भारत- बिपिन चंद्र' और 'मध्यकालीन भारत- सतीश चंद्र' किताबें भी जरूर पढ़ें।
इतिहास की तैयारी के लिए मुख्य किताबें कौन सी हैं?
आधुनिक भारत का इतिहास: अलका मेहता और बी. एल. ग्रोवर आधुनिक विश्व इतिहास: नॉर्मन लोव प्रारंभिक भारत का इतिहास: रोमिला थापर ऐज ऑफ रेवोल्यूशन 1789-1848: एरिक हॉब्सबॉम मध्यकालीन भारत का इतिहास: सतीश चंद्र आधुनिक भारत का इतिहास: बिपिन चंद्र भारत का प्राचीन इतिहास: राम शरण शर्मा ऐज ऑफ कैपिटल: 1848-1875 (सभ्यता का इतिहास): एरिक हॉब्सबॉम ऐज ऑफ एम्पायर्स: होब्सबौम यूरोप सिंस 1815: सीडब्ल्यू हेजन यूरोप सिंस 1870: जेम्स जॉल यूरोप सिंस नेपोलियन: डेविड थॉम्पसन
इतिहास की तैयारी के लिए इन बातों का रखें ध्यान
इतिहास की तैयारी के लिए यह बेहतर होगा कि आप स्थानों को समय काल में बांट लें, जैसे इतिहास पूर्व (पुरा, मध्य, नव पाषाण काल), ऐतिहासिक (महाजनपद काल, मौर्य काल, गुप्त काल आदि)। इसके बाद आप इन्हें राज्यवार मानचित्र पर दर्शाएं। अपने उत्तर की शुरुआत परिचय से करें और मुख्य भाग में प्रश्न के सभी भागों को समाहित करें। वर्तमान में इतिहास विषय में पूछे जाने वाले प्रश्नों में संकल्पनाओं की अच्छी समझ और विश्लेषणात्मक उत्तर की आवश्यकता होती है।
पुराने प्रश्नपत्रों से तैयारी करना भी है जरूरी
सिविल सेवा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को मुद्दों की प्रकृति और इस विषय को गहराई को समझने के लिए इतिहास विषय के पिछले छह वर्षों के प्रश्नपत्रों को पढ़ने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा बाजार में उपलब्ध विभिन्न मॉडल टेस्ट पेपर से भी नियमित रूप से तैयारी करते रहना चाहिए। इससे आपको यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि आपको पेपर में कितना और कब तक समय देने की आवश्यकता है।